अयोध्या। अयोध्या में विशेष पूजा अर्चना के साथ देव प्रतिमाओं को एक अस्थायी संरचना में स्थानांतरित करने के साथ ही राम मंदिर निर्माण का कार्य सोमवार को आरंभ हुआ। मंदिर का निर्माण कार्य पूरा होने तक प्रतिमाएं अस्थायी संरचना में रहेंगी। कोरोना वायरस के खतरे के चलते प्रशासन द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के बीच मंदिर निर्माण कार्य की शुरुआत हुई। विशेष पूजा मंगलवार को भी जारी रहेगी और प्रतिमाओं को नए ढांचे में बुधवार की सुबह स्थानांतरित किया जाएगा।
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के सदस्यों विमलेंद्र मिश्रा और डॉ अनिल मिश्रा की उपस्थिति में विशेष पूजा अर्चना की गई। राम मंदिर न्यास के सचिव चंपत राय ने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए अयोध्या के साधु संतों को पूजा में आमंत्रित नहीं किया गया। उन्होंने कहा, “हम स्थिति पर 24 मार्च तक नजर रखेंगे और तदनुसार आगे की कार्य योजना पर निर्णय लेंगे।”
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बुधवार को प्रस्तावित अयोध्या दौरे के बारे में पूछे जाने पर राय ने कहा कि यह अभी तय नहीं है। उन्होंने कहा, “इस समय मुख्यमंत्री पर लोगों की सुरक्षा का दायित्व है। यह ‘राजा’ का प्रथम कर्तव्य है।” जयपुर के कारीगरों द्वारा बनाए गए साढ़े नौ किलो के चांदी के सिंहासन पर 25 मार्च को देव प्रतिमाएं स्थापित की जाएंगी।