बस्ती । सवर्ण लिबरेशन फ्रंट के संयोजक दीन दयाल त्रिपाठी के नेतृत्व में बुधवार को कानपुर देहात के गजनेर थाना क्षेत्र के मंगता गांव निवासी 30 राजपूत और 19 ब्राम्हणों पर मनगढन्त ढंग से एस.सी.एस.टी. एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कराये जाने, उनकी गिरफ्तारी, उत्पीड़न मामले की उच्च स्तरीय सीबीआई से जांच कराने एवं निर्दोषों को न्याय दिलाने की मांग को लेकर राज्यपाल, मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के प्रशाससिनक अधिकारी को सौंपा गया।
ज्ञापन सौंपते हुये दीन दयाल त्रिपाठी ने कहा कि मंगता गांव निवासी 30 राजपूत और 19 ब्राम्हणों पर मनगढन्त ढंग से एस.सी.एस.टी. एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करा दिया गया। गांव में दो पक्षों में मारपीट हुई, सवर्णो के घर जलाये गये किन्तु प्रशासन मूकदर्शक बना रहा और एक पक्षीय मुकदमा दर्ज कर सवर्णो पर जुल्म ढाया जा रहा है। मांग किया कि समूचे मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर निर्दोषों को न्याय दिलाया जाय। यदि 15 दिनों के भीतर समुचित कार्यवाही न हुई तो एस.एल.एफ. न्याय की मांग को लेकर आन्दोलन को बाध्य होगा।
ज्ञापन सौंपते समय मुख्य रूप से उमेश पाण्डेय, मनीष पाण्डेय, राहुल तिवारी, प्रवेश शुक्ल, एडवोकेट रवि प्रताप सिंह, मस्तराम शुक्ल, जय प्रकाश पाण्डेय, प्रभाकर पाण्डेय, संजय सिंह आदि शामिल रहे।
सवर्णों के उत्पीड़न के विरोध में एसएलएफ ने सौंपा ज्ञापन, सीबीआई जांच की मांग
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February 19, 2020
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