बस्ती । परीक्षा के समय में वरिष्ठ होम्योपैथिक चिकित्सक डा. वी.के. वर्मा ने परीक्षार्थियों को सचेत करते हुये कहा है कि वे अपने शरीर और मन को स्वस्थ रखे। यदि आवश्यक हो तो होम्योपैथ की दवायें लेकर अपनी मानसिक एक्रागता बढा सकते हैं।
डा. वी.के. वर्मा ने बताया कि कुछ परीक्षार्थी परीक्षा के समय मानसिक दबाव में आ जाते हैं और कुछ छात्र तो अवसाद का शिकार होकर आत्महत्या तक के बारे में सोचने लगते हैं। इसे एक्जाम फीवर या एक्जाम फोबिया कहते हैं। इन बीमारियों के कारण पढने में मन नहीं लगता और पढा हुआ भूल जाते हैं। बताया कि 30 से 40 प्रतिशत छात्र इन बीमारियों के शिकार होते हैं और अभिभावक भी इस कारण से परेशान रहते हैं।
कहा कि परीक्षा एक प्रक्रिया है और इससे भयभीत होने की जगह छात्र एकाग्रता से अपना लक्ष्य प्राप्त करें। आवश्यक होने पर चिकित्सक से परामर्श लेकर लक्षणानुसार एकोनाइट 30, आरसेनिक एल्बम 200, कालीफास 30, बेलाडोना 30, नक्सबोम 30, एनाकार्डियम 200 आदि ले सकते हैं। इसकी मात्रा चिकित्सक से पूंछकर ही लें। होम्योपैथ दवायें हानिरहित हैं और परीक्षा के समय ऐ दवायें छात्रों को नवीन ऊर्जा देंगी, वे एक्रागता के साथ परीक्षा देकर अच्छे अंक ला सकेंगे। कहा कि छात्रों को अंक तो योग्यता के अनुसार ही मिलेंगे, औषधियां सहायक हांेगी।