नयी दिल्ली। दिल्ली के शाहीन बाग में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर महिलाओं ने शनिवार को विधानसभा चुनाव में मतदान केंद्रों पर बारी-बारी से जाकर मतदान किया, ताकि आंदोलन प्रभावित नहीं हो। प्रदर्शन कर रही कुछ महिलाओं ने सुबह मतदान किया, जबकि कुछ ने दोपहर में अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। शेष महिलाओं ने शाम में मतदान किया। मतदान कर प्रदर्शन स्थल पर पहुंची महज़बीं कुरैशी ने कहा, ‘‘ मैं घर पर रुकी, ताकि परिवार की सभी महिलाएं अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने जा सकें। अब मैं मतदान के बाद शाहीनबाग प्रदर्शन के लिए पहुंची हूं। मैंने लोकतंत्र बचाने के लिए मतदान किया।’’
शाहीनबाग की ही रहने वाली ज़ाहिदा खान ने कहा कि हमनें बारी-बारी से मतदान करने का फैसला किया। उन्होंने बताया, ‘‘महिलाओं ने कल फैसला किया कि कुछ महिलाएं मतदान करने के लिए सुबह मतदान केंद्र जाएंगी, अन्य दोपहर को मतदान कर प्रदर्शन स्थल पर लौट आएंगी।’’ ज़ाहिदा ने बताया, ‘‘शाम तक सभी महिलाएं प्रदर्शन स्थल पर वापस लौट आएंगी और एक बार फिर पूरी ताकत से प्रदर्शन करेंगी।’’ ज़ाहरा शेख ने कहा कि वे मताधिकार का इस्तेमाल करने को प्रतिबद्ध है क्योंकि लोकतंत्र के लिए यह बहुत अहम है।
उन्होंने कहा, ‘‘हमने दिन की शुरुआत इस एहसास के साथ की कि आज का दिन हमारे लिए दोगुने महत्व का है। हम सुनिश्चित करना चाहते हैं कि लोकतंत्र जिंदा रहे और इसलिए शाहीन बाग का प्रत्येक मतदाता मतदान कर रहा है।’’ इस बीच, शाहीन बाग की महिला प्रर्दानकारी जब अपने घर का काम करने गई थीं उस समय पुरुषों ने उनके स्थान पर प्रदर्शन किया। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘‘ बिरयानी’’वाले बयान पर तंज करते हुए स्थानीय निवासी मोहम्म्द अयूब ने कहा, ‘‘वे यह साबित करने के लिए मतदान कर रहे हैं कि उन्हें ‘‘ बिरयानी’’ नहीं परोसी जा रही है।
उल्लेखनीय है कि शाहीनबाग में आप नेता अरविंद केजरीवाल द्वारा बिरयानी परोसे जाने वाले बयान पर चुनाव आयोग ने योगी आदित्यनाथ को नोटिस भेजा है। शाहीनबाग का प्रदर्शन स्थल भाजपा के चुनाव प्रचार का मुख्य मुद्दा बन गया था। आयूब ने कहा, ‘‘कई लोगों ने आरोप लगाया कि हम दिल्ली चुनाव के लिए प्रदर्शन कर रहे हैं और कुछ राजनीतिक पार्टियां वित्तपोषण कर रही है एवं बिरयानी खिला रही है। उन्हें यह समझ लेना चाहिए कि दिल्ली में मतदान हो रहा है तब भी हम प्रदर्शन कर रहे हैं और चुनाव के बाद भी इसे जारी रखेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘कोई पार्टी बिरयानी नहीं परोस रही है। महिलाएं खाना बनाकर ला रही हैं और प्रदर्शनकारियों को खिला रही हैं।’’