उन्नाव। उत्तर प्रदेश के उन्नाव में एक बार फिर महिला से गैंगरेप की सनसनीखेज वारदात सामने आई है। घटना से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। बताया जा रहा है कि गैंगरेप पीड़िता को मदद का लालच देकर उसके साथ दोबारा हैवानियत की गई। महिला ने पांच लोगों पर आरोप लगाया है। पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए पांच में से दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। कोतवाली प्रभारी बांगरमऊ ने बताया कि दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है, जांच की जा रही है।
जानकारी के मुताबिक, उन्नाव की रहने वाली महिला के साथ साल 2017 में गैंगरेप हुआ था। महिला की शादी साल 2012 में हुई थी। महिला ने आरोप लगाया था कि उसके पति की मदद से उसके 2 दोस्तों ने उसके साथ हैवानियत की। इस मामले में महिला के पति को पुलिस ने साल 2017 में ही गिरफ्तार कर लिया था और वो तब से ही जेल में बंद है।
पीड़िता के मुताबिक, साल 2017 के गैंगरेप मामले में उसकी मदद करने की बात कह कर पांच लोग अनूप सिंह, दिलीप यादव, नवराज सिंह, सतीश और विश्वरंजन सिंह उससे साल 2018 में मिले थे। महिला ने कहा कि पांचों ने उसे भरोसा दिलाया कि उन्हें 20 दिनों के अंदर गैंगरेप केस में पूरा इंसाफ मिल जाएगा। केस में मदद के नाम पर उससे छह हजार रुपए भी ले लिए और उसके साथ गैंगरेप किया। सूत्रों के मुताबिक, सभी आरोपियों ने धोखे से एक सादे कागज पर महिला के अंगूठे का निशान लगवा लिया था। वो महिला को ब्लैकमेल कर उसके साथ रेप करते रहे। इतना ही नहीं पांचों आरोपी महिला पर दबाव बना रहे थे कि वो दो फर्जी रेप केस का मुकदमा लिखवाए ताकि वो उनसे 4 लाख रुपए वसूल सकें।
पीड़ित महिला ने कोतवाली में तहरीर देकर बताया है कि गांव निवासी नवराज सिंह, अनूप सिंह, दिलीप यादव, विष्णु नारायण मिश्रा, सतीश कुमार ने उसके साथ गैंगरेप किया है। महिला की तहरीर पर पुलिस ने आरोपियों को नामजद करते हुए भारतीय दंड संहिता की धारा 115, 279, 337, 376D, 386, 388, 506 आदि धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस द्वारा नामितों में से दो को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। कोतवाली प्रभारी श्याम कुमार पाल ने बताया कि तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर लिया गया है। सतीश और विष्णु नारायण को गिरफ्तार कर पूछताछ की जा रही है। पीड़िता को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है।