मानसिक तनाव ऐसे हार्मोन को बढ़ावा देता है, जिसके कारण मुंहासे होने लगते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि आप अपने मानसिक तनाव को कम करने का प्रयास करें। इसके लिए आप ऐसे कुछ काम करें, जिससे आपको भीतर से खुशी प्राप्त हो।
सौन्दर्य । अमूमन माना जाता है कि मुंहासे सिर्फ ऑयली स्किन को ही परेशान करते हैं, जबकि ऐसा नहीं है। एक्ने किसी भी स्किन को प्रभावित कर सकते हैं। आप भले ही इनसे निजात पाने के लिए उपचार कर लें लेकिन यह फिर से आपको तंग कर सकते हैं। इसलिए यह बेहद आवश्यक है कि पहले आप मुंहासे होने के पीछे असली कारण को जानें। आपको शायद पता न हो लेकिन कई बार इसकी जड़ में आपकी रोजमर्रा की ही कुछ आदतें जिम्मेदार होती हैं। तो चलिए जानते हैं इसके बारे में−
चेहरा बार−बार धोना
जिन लोगों की स्किन एक्नेप्रोन है, वह अगर बार−बार चेहरा वॉश करते हैं तो इससे उनकी स्किन रूखी हो जाती है और उसमें बार−बार खुजली होने लगती है। इतना ही नहीं, चेहरे में इस्तेमाल किए जाने वाले साबुन व अल्कोहल आधारित टोनर के कारण स्किन में अधिक सीबम का उत्पादन करते हैं, जिससे मुंहासों की समस्या बढ़ जाती है। इसलिए बार−बार साबुन या अल्कोहल आधारित टोनर का इस्तेमाल करने की बजाय आप क्लींजर का प्रयोग करें।
मानसिक तनाव
मानसिक तनाव ऐसे हार्मोन को बढ़ावा देता है, जिसके कारण मुंहासे होने लगते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि आप अपने मानसिक तनाव को कम करने का प्रयास करें। इसके लिए आप ऐसे कुछ काम करें, जिससे आपको भीतर से खुशी प्राप्त हो। जब आपका तनाव कम होगा तो मुंहासे भी बार−बार परेशान नहीं करेंगे।
सफाई का ख्याल
अगर आप अपने तकिए के कवर, बेडशीट व टॉवल आदि को समय−समय पर नहीं बदलते तो समझ लीजिए कि आपको एक्ने से कभी छुटकारा नहीं मिलने वाला। दरअसल, उसमें मौजूद गंदगी, धूल व बैक्टीरिया के कारण न सिर्फ मुंहासों की समस्या होती है, बल्कि इसके कारण अन्य भी कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
मेकअप प्रॉडक्ट
अगर आप सच में मुंहासों व अन्य स्किन समस्याओं से बचना चाहते हैं तो अपने मेकअप टूल्स पर पूरा ध्यान दें। मेकअप के दौरान इस्तेमाल आने वाले ब्रश, स्पॉन्ज व अन्य प्रॉडक्ट्स को हमेशा ही इस्तेमाल के बाद अच्छी तरह क्लीन करना चाहिए। अन्यथा इसमें मौजूद बैक्टीरिया जब आपके चेहरे के संपर्क में आएंगे तो उससे आपके चेहरे पर भी बैक्टीरिया जाएंगे और उससे मुंहासे व अन्य स्किन समस्याएं होंगी।
खानपान पर नजर
आपका आहार आपकी इनरहेल्थ को प्रभावित करता है, जिसका सीधा असर बाहरी तौर पर नजर आता है। अगर आप बहुत अधिक मीठा, तला−भुना, व्हाइट ब्रेड, पास्ता व मसालेदार भोजन करते हैं तो फिर आपको मुंहासों की समस्या से कभी छुटकारा नहीं मिलने वाला। इसलिए अपनी डाइट में ऐसे आहार रखें जो आपको भीतरी व बाहरी दोनों तरह से स्वस्थ रखते हों।
मिताली जैन