राजगढ़। नागरिकता संशोधन अधिनियम के समर्थन में निकाली जा रही रैली के दौरान कथित तौर पर भाजपा नेताओं और एएसआई के कथित तौर पर थप्पड़ जड़ने वाली आइएएस निधि निवेदिता फिर सुर्खियों में हैं। वजह ये है कि अब मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार ने आइएएस निधि निवेदिता के खिलाफ 'थप्पड़कांड' में कार्रवाई के संकेत दिए हैं। बुधवार को मध्य प्रदेश सरकार केगृह मंत्री बाला बच्चन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि थप्पड़ प्रकरण में हमें रिपोर्ट मिल गई है। मुख्यमंत्री कमलनाथ के संज्ञान में भी यह मामला है। एएसआई को भी थप्पड़ मारा है। कानून अपना काम करेगा और जो भी कार्रवाई बनती है, वह होगी।
बता दें कि राजगढ़ जिला कलेक्टर निधि निवेदिता और राजगढ़ की डिप्टी जिला कलेक्टर प्रिया वर्मा पर 19 जनवरी 2020 को सीएए के समर्थन निकाली गई रैली में भाजपा नेताओं और एएसआई के थप्पड़ मारने के आरोप लगे थे। थप्पड़ मारने और इन महिला अफसरों के साथ अभद्र व्यवहार किए जाने के वीडियो भी उस समय सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे। इसके बाद राज्य सरकार ने जांच के आदेश दिए थे। राज्य के डीजीपी वीके सिंह ने कलेक्टर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की थी।
निधि निवेदिता 2012 बैच की आईएएस ऑफिसर हैं। मूल रूप से झारखंड के सिंदरी की रहने वालीं निवेदिता की पहली पोस्टिंग झाबुआ में बतौर असिस्टेंट कलेक्टर हुई थी। इसके अलावा वह एकीकृत बाल विकास योजना की प्रॉजेक्ट डायरेक्टर और इंदौर की अडिशनल कलेक्टर भी रह चुकी हैं। सिंगरौली जिले में जिला पंचायत CEO के तौर पर तैनाती के दौरान उन्होंने शौचालय बनवाने में घपला करने वाले पंचायत सचिव से उठक-बैठक करवाई थी। आईएएस निधि निवेदिता एक जरूरतमंद लड़की को खुद ब्लड डोनेट कर भी चर्चा में आई थीं। दरअसल, राजगढ़ के ब्लड बैंक में बी पॉजिटिव खून नहीं था। लड़की के पिता की पोस्ट सोशल मीडिया पर देखकर वह अस्पताल पहुंचीं और खुद ब्लड डोनेट किया।
हालांकि राजगढ़ में सीएए के समर्थन में रैली के दौरान एक बीजेपी कार्यकर्ता को थप्पड़ मारने की घटना के बाद वह चौतरफा घिर गईं। एएसआई को थप्पड़ मारने की घटना सामने आने के बाद मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट किया, 'सिद्ध हो चुका है कि राजगढ़ कलेक्टर ने अपनी सीमा लांघ कर पहले तो संसद में बने कानून का समर्थन कर रहे कार्यकर्ताओं पर थप्पड़ बरसाए और इसके साथ ही एक एएसआई को भी थप्पड़ मारा। कमलनाथ जी से मेरा सवाल है कि क्या अब भी इन्हें बचाया जाएगा या फिर इन पर कार्रवाई की जाएगी?'
एएसआई नरेश शर्मा ने मध्य प्रदेश को भेजी अपनी शिकायत में कहा है कि मैं 19 जनवरी को सीएए के समर्थन में रैली के दौरान ड्यूटी पर तैनात था। उसी वक्त जिला कलेक्टर आईं और गाड़ी का गेट खोलकर थप्पड़ मार दिया। जिला कलेक्टर के इस व्यवहार से मैं बहुत आहत हूं। एएसआई की शिकायत की जांच एसडीओपी सौम्या अग्रवाल ने की। जांच में शिकायत सही पाई गई। यह जांच रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय भेजी गई थी। पुलिस मुख्यालय ने पत्र लिखकर जांच रिपोर्ट के तथ्य सरकार को बताए हैं। इसके अलावा कलेक्टर द्वारा एक पटवारी को थप्पड़ मारे जाने का विडियो भी वायरल हुआ है।