बस्ती । समाजवादी पार्टी नेताओं, कार्यकर्ताओं ने सोमवार को जिलाध्यक्ष महेन्द्रनाथ यादव के नेतृत्व में जनहित के 11 सूत्रीय मांगो को लेकर शास्त्री चौक पर विशाल धरना प्रदर्शन कर सत्तारूढ भाजपा पर निशाना साधा। महेन्द्रनाथ यादव ने कहा कि भाजपा सबका साथ सबका विकास का नारा देकर गरीबों के रोजी रोजगार पर हमला कर रही है। रातो रात गरीबों के झुग्गी झोपडियों पर बुलडोजर चलवाकर सरकार ने संकेत दे दिया है कि उसके लिये गरीबों के हक हकूक मायने नहीं रखते। अब प्रदेश की जनता को सपा सरकार के कल्याणकारी योजनाओं की याद आ रही है। कहा कि गरीबों पर जुल्म ढाने वाली सरकारों के दिन लम्बे नहीं होते। धरने के बाद राज्यपाल को सम्बोधित 11 सूत्रीय ज्ञापन उप जिलाधिकारी सदर को सौंपा गया।
पूर्व मंत्री रामप्रसाद चौधरी ने कहा कि गन्ना किसानों का चीनी मिलों पर करोड़ो रूपया बकाया है, जनपद की दो चीनी मिले बंद हो गई और भाजपा के लोग उपलब्धियों का ढोल पीट रहे हैं। किसान आज अपने वजूद की लडाई लड़ रहा है। समाजवादी पार्टी संकट के समय में गरीबों, मजलूमों के साथ है और जुल्म का कराया जबाब दिया जायेगा।
धरने को मुख्य रूप से पूर्व विधायक रामललित चौधरी, दूधराम, राजेन्द्र प्रसाद चौधरी, जितेन्द्र प्रसाद उर्फ नन्दू, चन्द्रभूषण मिश्र, विजय विक्रम आर्य, सुमन सिंह, इन्द्रावती शुक्ल, सिद्धार्थ सिंह, विपिन शुक्ल, राजकपूर यादव, रविन्द्र यादव, सिद्धेश सिन्हा, फूलचन्द्र श्रीवास्तव, अरविन्द सोनकर, कृष्ण चन्द्र सिंह, जावेद पिण्डारी, पवन यादव आदि ने सम्बोधित करते हुये कहा कि अच्छे दिनों का सपना दिखाकर भाजपा सरकार गरीबों, किसानों, व्यापारियों पर अत्याचार कर रही है। रोजगार के अवसर समाप्त होते जा रहे हैं। मंहगाई सिर चढ कर बोल रही है। यह सरकार हर मोर्चे पर विफल है।
भेजे ज्ञापन में बस्ती जनपद के चीनी मिलों पर वर्षो से लम्बित गन्ना मूल्य बकाये का व्याज समेत भुगतान कराकर वाल्टरगंज, बस्ती चीनी मिल को शुरू ने, बेरोजगारों को रोजगार मुहैया कराने, अतिक्रमण हटाने के नाम पर गरीबों पर जुल्म बंद करने, बढ़ती मंहगाई पर नियंत्रण कर घरेलू गैस सिलेन्डर, बिजली, पेट्रोल, डीजल आदि की बढी कीमतों को वापस लेने के साथ ही राशन की दूकानों से मिट्टी तेल, चीनी का वितरण सुनिश्चित कराने, किसानों को आवारा पशुओं से निजात दिलाते हुये फसलों के नुकसान का मुआवजा दिलाने, प्रदेश में निरन्तर जारी महिला उत्पीड़न पर रोक लगाकर बिगड़ती कानून व्यवस्था को नियंत्रित करने, सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों की तैनाती सुनिश्चित कर जीवन रक्षक दवायें, कुत्ता, बंदर आदि काटने की सुई उपलब्ध कराने, बस्ती जनपद में तीन टोल प्लाजा खोलकर लोगों का आार्थिक शोषण किया जा रहा है। एक टोल प्लाजा को हटाते हुये जनपद के वाहनों से टोल टैक्स न वसूले जाने, जनपद के टूटी फूटी गड्ढा युक्त सड़कों का मरम्मत कराकर नगर पालिका क्षेत्र के पचपेडिया मार्ग को बेहतर ढंग से निर्मित कराने, पिछड़ों, दलितों की रूकी छात्रवृत्ति दिलाने, नहरों की सिल्ट सफाई कराकर जलापूर्ति कराये जाने आदि की मांग शामिल है।
धरने में मुख्य रूप से अली अहमद, जमील, पिन्टू शुक्ल, मो0 साहिर, मो. जावेद, अब्दुल मोईन, मोहम्मद अहमद सज्जू, राम प्रकाश चौधरी, मो. उमर, मो. सलीम, अरविन्द यादव, अनिल निषाद, गुलाम गौस, सीताराम चौहान, रामकुमार यादव, राजेन्द्र यादव, धर्मराज यादव, रजवन्त यादव, फूलचन्द्र तिवारी, कक्कू शुक्ल, जितेन्द्र यादव, सन्तोष तिवारी, कोईल यादव, जिब्बू खान, रियाज, सुरेन्द्र सिंह छोटे, मो. हासिम, एजाज अहमद, मनीराम मौर्य, गुलाम सोनकर, राम अधार चौधरी, वीरेन्द्र चौधरी, ललई यादव, आर.डी. निषाद, मधुबन यादव, मुरली पाण्डेय, रवि सोनी, महादेव यादव, सिन्टू पाल, रामकिशुन चौधरी, देवनाथ यादव, विजेन्द्र जायसवाल, रिन्टू यादव, इन्द्रसेन यादव, याकूब खान, हृदयराम यादव के साथ ही हजारों की संख्या में मजदूर, किसान शामिल रहे।