बस्ती । वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति द्वारा शुक्रवार को कलेक्टेªट परिसर में डा. राम दुलारे पाठक की अध्यक्षता में गोष्ठी कर युवा पीढी को संत वेलेंटाइन के जीवन से अवगत कराते हुये उन्हें सचेत करते हुये प्रेम के महत्व को रेखांकित किया गया।
डा. रामकृष्ण लाल जगमग ने कहा कि युवा पीढी वेलेंटाइन डे को लेकर भ्रमित है। उसे इसकी जानकारी देना आवश्यक है। कहा कि प्यार शब्द में पूरी सृष्टि समाई हुई है, यह शब्द विश्व के समस्त धर्म ग्रंथों में विश्व के समस्त साहित्य में, विश्व की सभी भाषाओं में देखने को मिलता है। वेलेंटाइन डे हर साल 14 फरवरी को मनाया जाता है, जिसे लव-वर्डस या कपल प्यार के त्योहार के रूप में मनाते हैं। प्रेम की कोई सीमा है ही नहीं। क्योंकि यह असीम है, अनंत है। कबीर का एक बहुत ही सुंदर दोहा है- ‘पोथी पढ़ि-पढ़ि जग मुआ, पंडित भया न कोय। ढाई आखर प्रेम, पढ़े सो पंडित होय।’ सचमुच प्रेम शब्द में एक अनुपम मिठास है। इसमें असीम सौंदर्य है। इसलिए सभी लोग वैलेंटाइन डे को मनाते हैं।
मो. वसीम अंसारी, श्याम प्रकाश शर्मा ने प्रेम के महत्व को रेखांकित करते हुये कहा कि संत वैलेंटाइन को जिस दिन मारा गया था, उस दिन 14 फरवरी थी। ऐसा बताया जाता है कि मारे जाने से पहले रोमन जेलर की अंधी बेटी जैकोबस को संत वैलेंटाइन ने ठीक कर दिया था। जेल में ही संत ने जेलर की बेटी को एक लेटर लिखा था। इस लेटर के अंत में संत ने फ्रॉम योर वैलेंटाइन लिखा था। 5वी सदी के अंत में पोप गेलैसियस ने 14 फरवरी को सेंट वैलेंटाइन डे घोषित किया। तब से लेकर आज तक 14 फरवरी को प्रेम का दिन वैलेंटाइन डे मनाया जाने लगा। कहा कि आज की युवा पीढी बिना अर्थ जाने वैलेंटाइन डे को लेकर भ्रमित है। सच तो ये है कि प्रेम की रक्षा के लिये संत वैलेंटाइन ने मृत्यु तक का मार्ग चुना। प्रेम सदैव अपने माता, पिता, परिवार, समाज के प्रति त्याग का संदेश देता है।
अध्यक्षता करते हुये डा. राम दुलारे पाठक ने कहा कि भारतीय मनीषा प्रेम, त्याग, बलिदान से समृद्ध है। युवा पीढी को चाहिये कि वह प्रेम के वास्तविक महत्व को समझे। जहां प्रेम होता है वहां प्रदर्शन नहीं जीवन दर्शन होता है।
गोष्ठी में जगदम्बा प्रसाद भावुक, कृष्ण चन्द्र पाण्डेय, भावगत प्रसाद श्रीवास्तव, अजमत अली सिद्दीकी, रामदत्त जोशी, ओम प्रकाश मिश्र, हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव, ओम प्रकाश धर द्विवेदी, सुमेश्वर प्रसाद यादव, नेबूलाल, पं. चन्द्रबली मिश्र, विनय कुमार श्रीवास्तव, दीनानाथ यादव, सन्तोष भट्ट, जय प्रकाश गोस्वामी आदि शामिल रहे।
बुर्जुगों ने वेलेंटाइन डे पर युवा पीढी को बताया प्रेम का महत्व
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February 14, 2020
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