बस्ती। अवैध कब्जों से शहर की सूरत बिगाड़ने वाले कतई बख्शे नही जायेंगे। जिला प्रशासन से मिलकर नगरपालिका ने सभी को अवैध कब्जों से बेदखल करने के लिये कमर कस लिया है। शुक्रवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी ने नगरपालिका अध्यक्ष रूपम मिश्रा के साथ संयुक्त पत्रकार वार्ता में दो टूक कहा कि मुख्यमंत्री की मंशा के अनुसार स्थानीय प्रशासन करप्शन के मामले में ज़ीरो टॉलरेंस पॉलिसी पर काम कर रहा है। इसी कड़ी में बस्ती शहर को साफ सुथरा और खूबसूरत बनाना है। वे शहरवासियों को 21 वीं सदी की बस्ती देना चाहते हैं। इस उद्देश्य को लेकर शहरी क्षेत्र से अवैध कब्जे हटाये जा रहे हैं। इसमे किसी किस्म की रूकावट विरोध या कोई दबाव प्रशासन बर्दाश्त नही करेगा। सामने वाला चाहे जितना रसूखदार हो, यदि वह अवैध कब्जे का आरोपी है तो प्रशासन कर नजर में अपराधी है। यह कहना है कि उसका कब्जा हटाने से पहले दूसरों का कब्जा हटवाया जाये, उचित नही है, समझा जायेगा कि वह सरकारी कामकाज में रूकावट डाल रहा है और आम नागरिकों से उनका हक छीन रहा है जिनका स्वच्छ सुन्दर व 21 वीं सदी की बस्ती में जीना पूरा अधिकार है।
उन्होने कहा अतिक्रमण के आरोपियों को खुद अवैध कब्जा हटा लेना चाहिये वरना प्रशासन बलपूर्वक कब्जे हटवायेगा जिसकी सारी जिम्मेदारी आरोपी की होगी। नगरपालिका अध्यक्ष ने बताया अतिक्रमण हटाओ अभियान के तहत पटरियों से जिन्हे हटाया गया है उन्हे फिर से स्थापित करने के लिये शहरी क्षेत्र में 15 वेण्डिंग जोन बनाये गये हैं। इन 15 स्थानों पर पटरी व्यवसाइयों को शासनादेश के क्रम में 2 गुणे 2 मीटर भूमि का प्रमाण पत्र देकर व्यवसाय हेतु आमंत्रित किया जाएगा। इनमे जीआईसी के पास सीतापुर आई अस्पताल से लेकर जिला विद्यालय निरीक्षक गेट तक, जीजीआईसी के पास पीपल के पेड़ से,
कंपनी बाग चिंटू टेंट हाउस से लेकर जजेज कॉलोनी गेट तक, कंपनी बाग विद्युत उपकेंद्र से लेकर सरकारी आवास तक, कंपनी बाग कृषि गोदाम से लेकर विमार्ट तक, सिंचाई विभाग के सामने सब्जी मंडी, चौधरी कामप्लेस कचहरी चौराहे से लेकर दुर्गा मंदिर तक, कबीर तिराहा से लेकर महाराणा प्रताप चौराहे तक, एसपी आवास के सामने दूसरी पटरी पर, आईटीआई के पास दूसरे गेट से लेकर आरटीओ ऑफिस तक, डॉक्टर सलीम के सामने आरटीओ ऑफिस विद्युत ट्रांसफार्मर से लेकर एनएचआई पीडब्ल्यूडी ऑफिस के सामने कटरा, जिला उद्योग केंद्र कोतवाली के सामने, जिला पशु चिकित्सालय दक्षिण दरवाजा तथा विद्युत ऑफिस के पास निकट चमन वाटिका मैरिज हॉल के पास की पटरियां शामिल हैं।
वर्षों से उपेक्षित प्रख्यात साहित्यकार आचार्य राम चन्द्र शुक्ल की प्रतिमा को डीएम आशतोष निरंजन की पहल पर बड़ेवन फ्लाईओवर के नीचे पूर्व निर्धारित स्थान पर स्थापित की जायेगी। इसका रोड मैप तैयार कर लिया गया है। डीम ने एनएचएआई को अधिकारियों को इस बावत निर्देश दिया है।
पत्रकार वार्ता मे डीम ने कहा जन आंकाक्षाओं का सम्मान करते हुये यह निर्णय लिया गया है। उन्होने यह भी कहा प्रतिमा कर उपेक्षा का आरोप लगाना गलत है, साल 2008 में फ्लाईओवर के निर्माण के समय तत्कालीन आयुक्त वीएस चैबे के निर्देश पर प्रतिमा को फ्लाईओवर के निकट स्थित एक भूखण्ड में स्थापित कर दिया गया था जहां प्रतिमा की समय समय पर साफ सफाई और माल्यार्पण आदि होता रहता है। जनांकाक्षाओं को प्राथमिकता देते हुये प्रतिमा पुनः पूर्व निर्धारित स्थान पर स्थापित की जा रही है। आज जिलाधिकारी ने सम्बन्धित स्थल का निरीक्षण कर एनएचएआई के अधिकारियों को दिशा निर्देश दिया। इससे पहले स्थानीय प्रशासन द्वारा सम्बन्धित स्थान पर पटरी व्यवसायियों द्वारा किया गया अतिक्रमण हटवाकर जमीन खाली करा दी गयी थी।
शहरों में लगी विभिन्न महापुरूषों की प्रतिमायें प्रेरणास्रोत होती है। लोग उनकी पुण्यतिथियों और जन्मदिन पर उन्हे याद कर प्रतिमाओं पर माल्यार्पण करते हैं और महापुरूषों के योगदान को याद किया जाता है। ऐसे में भीड़ भाड़ वाले स्थान से प्रतिमा को हटाकर ऐसी जगह रख देना जहां मोहल्ले के कुछ लोगों की नजर पड़ती हो, महापुरूषों को सम्मान देने की बजाय उनके दायरे को सीमित कर देना है। ऐसे में सामाजिक संगठनों द्वारा प्रतिमा को स्थानान्तरित किये जाने की मांग न तो बेवजह है और न ही प्रतिमा के उपेक्षा का आरोप ही गलत है। फिलहाल जिलाधिकारी के फैसले से जनाकांक्षाओं को सम्मान मिला है।
इसी क्रम मे यूपी बोर्ड द्वारा संचालित परीक्षाओं में जो लोग नकल करवा रहे हैं या उनकी परोक्ष अपरोक्ष मदद कर रहे हैं सभी अपराधी हैं। वे देश में नकारों की एक फौज तैयार कर रहे हैं साथ ही उनके द्वारा मेधावी छात्रों का हक भी छीना जा रहा है।
उन्होने कहा नकल करवाकर अयोग्य छात्रों को परीक्षा पास कराना मेधा का अपमान है। अंक पत्रों मे प्रायः पढ़ाई मे कमजोर बच्चे बाजी मार लेते हैं जबकि मेधावी पीछे रह जाते हैं। ऐसे में उनके भीतर कुंठा पनप सकती है, रोष उत्पन्न हो सकता है, शिक्षा विभाग के दफ्तरों और परीक्षा केन्द्रों पर उनके द्वारा संभावित विरोध से शांति भंग हो सकती है। ऐसे में नकल को संगठित अपराध मानते हुये दोषियों के खिलाफ एनएसए के तहत कार्यवाही की जा सकती है। उन्होने साफ कहा किसी भी दशा में परीक्षाओं की शुचिता पर आंच नही आने देंगे। डीएम ने नकल रोकने के लिये अब तक की गयी कार्यवाहियों को गिनाते हुये कहा वे हर हाल में परीक्षा की शुचिता कायम रखने के प्रयास कर रहे हैं।
कप्तानगंज थानांतर्गत श्री प्यारेलाल चौधरी इंटर कॉलेज रेहरवा नकटी में यूपी बोर्ड की परीक्षा में सामूहिक नकल कराने के मामले में केन्द्र व्यवस्थापक कृष्ण कुमार चौधरी, कक्ष निरीक्षक विनोद कुमार समेत अज्ञात छात्रों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट, एसडीएम हर्रैया प्रेम प्रकाश मीणा ने सीसीटीवी जांची तो छात्र एक-दूसरे की उत्तर-पुस्तिका देखकर नकल करते दिखे। कक्ष में जाकर छात्रों की कॉपी का मिलान कराया तो इनमें लिख गए उत्तरों में समानता मिली।
गुरुवार सुबह हाईस्कूल सामाजिक विज्ञान विषय का प्रश्न पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। डीएम आशुतोष निरंजन ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट, स्टैटिक मजिस्ट्रेट, सचल दल, डीआईओएस, बीएसए व अन्य अधिकारियों को जांच का निर्देश दिया है। सोमवार को दुबौलिया के एक परीक्षा केंद्र पर इंटर अर्थशास्त्र बीमा सिद्धांत एवं व्यवहार का पर्चा आउट हुआ था। अब बुधवार को इंटर अंग्रेजी की सॉल्व कॉपी परीक्षा से पहले ही वायरल हो गई। डीआईओएस डॉ. बृजभूषण मौर्य ने इस मामले में कोतवाली पुलिस को अज्ञात के खिलाफ तहरीर दी है। रिपोर्ट बोर्ड के सचिव और बस्ती डीएम को भेजी गई है।
बुधवार को दूसरी पाली में दोपहर दो बजे से इंटर अंग्रेजी का पेपर था। इससे पहले करीब 12 बजे व्हाट्सएप पर अंग्रेजी के उत्तर लिखे 10 पेज वायरल हो गए थे। यह डीएम आशुतोष निरंजन तक भी पहुंच गया। उन्होंने परीक्षा शुरू होने का इंतजार करने व वायरल कॉपी के उत्तरों का मिलान पेपर से कराने का निर्देश एडीएम को दिया। एडीएम रमेशचंद्र तिवारी जीआईसी सेंटर पहुंचे और प्रश्न-उत्तर का मिलान कराया तो पता चला कि कॉपी पर लिखे उत्तर, परीक्षा में पूछे गए सवालों के ही थे। हालांकि कॉपी बोर्ड की है, इस पर संदेह है। इस मामले में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई है।
श्री रामप्यारे चौधरी इंटर कॉलेज रेहरवा नकटीदेई कप्तानगंज के केंद्र व्यवस्थापक, सहायक अध्यापक के साथ 38 छात्रों के खिलाफ सामूहिक नकल के आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है। केंद्र व्यवस्थापक और सहायक अध्यापक को गिरफ्तार कर लिया गया है। ज्वाइंट मजिस्ट्रेट ने यहां पर बुधवार की शाम इंटर की परीक्षा के दौरान सामूहिक नकल पकड़ी थी। यह मुकदमा स्टेटिक मजिस्ट्रेट एडीओ पंचायत सल्टौआ की तहरीर पर दर्ज हुआ। स्टेटिक मजिस्ट्रेट द्विवेदी ने केंद्र व्यवस्थापक कृष्ण कुमार चौधरी, सहायक अध्यापक विनोद कुमार व 38 छात्रों का अनुक्रमांक देते हुए मुकदमा दर्ज करने की तहरीर दी।
पुलिस ने नकल अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने कृष्ण कुमार व विनोद कुमार को गिरफ्तार कर लिया। केंद्र व्यवस्थापक कृष्ण कुमार ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि उनके केंद्र पर सामूहिक नकल नहीं हो रही थी। डीएम ने शनिवार को होने वाली गणित एवं विज्ञान की परीक्षाओं में नकल की संभावनाओं को देखते हुये पुख्ता इंतेजामों पर प्रकाश डाला। उन्होने कहा कई टीमों को इसके लिये लगाया गया है। मैन पॉवर दोगुना किये गये हैं। सभी विन्दुओं पर पैनी नजर रखी जा रही है। नकल कराने वाले चाहे जितने रसूखदार होंगे उनके खिलाफ कार्यवाही तय है।