बिजनेस में अलग पहचान बना चुकीं सुनंदा पुष्कर का नाम चर्चा में तब आया जब उनकी शादी कांग्रेस नेता शशि थरूर से हुई। यह शादी सुनंदा को बिल्कुल नहीं जंची। शादी के कुछ दिन बाद जब सुनंदा का शव दिल्ली के लीला पैलेस होटल में मिला, तो सनसनी फैल गई।
संपादकीय । सुनंदा पुष्कर, वो नाम जो न सिर्फ हाई सोसाइटी की पहचान हुआ करता था बल्कि एक बिंदास महिला के व्यक्तित्व की पहचान भी थी। वो नाम पिछले कुछ सालों से सिर्फ विवादों का हिस्सा बना हुआ है।पूर्व केंद्रीय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर की मौत आखिर कैसे हुई? दिल्ली के चाणक्यपुरी के पांच सितारा होटल लीला पैलेस के कमरा नं 345 में 17 जनवरी 2014 को अचानक कैसे मौत के आगोश में चली गईं सुनंदा पुष्कर। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में ड्रग ओवरडोज को सुनंदा की मौत की वजह बताया गया है। लेकिन सुनंदा की मौत की मिस्ट्री में अब भी कई पेंच उलझे हुए हैं। कई नए रहस्यों से पर्दा उठना अभी भी बाकी है। एक ऐसा केस जो लगभग छह वर्षों में भी पूरी तरह से सुलझ नहीं पाया है। आइए जानते हैं इस मौत की मिस्ट्री की परत दर परत के घटनाक्रम के बारे में...
बिजनेस में अलग पहचान बना चुकीं सुनंदा पुष्कर का नाम चर्चा में तब आया जब उनकी शादी कांग्रेस नेता शशि थरूर से हुई। यह शादी सुनंदा को बिल्कुल नहीं जंची। शादी के कुछ दिन बाद जब सुनंदा का शव दिल्ली के लीला पैलेस होटल के कमरा संख्या 345 में मिला, तो सनसनी फैल गई। सुनंदा की मौत की सूचना पुलिस को शशि थरूर ने ही दी थी। शरूर ने बताया था कि सुनंदा सो रही थीं, काफी देर तक जगाने पर भी दब वह नहीं उठीं तो शक हुआ। इसके बाद उन्होंने पुलिस को फोन किया। सुनंदा पुष्कर की कहानी को तारीख दर तारीख के अनुसार सिलसिलेवार ढंग से समझने की कोशिश करते हैं।
क्या है सुनंदा पुष्कर का सारा मामला?
सुनंदा पुष्कर का जन्म एक कश्मीरी पंडित परिवार में 27 जून 1964 को हुआ था। उनके पिता सेना में अधिकारी थे। 1990 में उनका परिवार बोमई से जम्मू आकर बसा था क्योंकि आतंकी हमले के दौरान उनके घर को जला दिया गया था।
पढ़ाई के दौरान ही सुनंदा ने कॉलेज के साथी संजय रैना से शादी कर ली थी। यह शादी ज्यादा नहीं चली और उनका तलाक हो गया।
1989 में सुनंदा दुबई चली गईं जहां उन्होंने व्यापार की दुनिया में कदम रखा।
दुबई में दो साल बाद उन्होंने सुजीत मैनन से शादी कर ली। 1992 में उनका एक बेटा हुआ।
मार्च 1997 में सुजीत की एक हादसे में मौत हो गई थी।
साल 2009 में एक पार्टी के दौरान शशि थरूर और सुनंदा की मुलाकात हुई।
22 अगस्त 2010 को शशि थरूर और सुनंदा के बीच का संबंध शादी में तब्दील हो गया।
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15 जनवरी 2014 यानी सुनंदा पुष्कर की मौत से ठीक दो दिन पहले ट्वीटर पर शशि थरूर के अकाउंट से कुछ स्क्रीनशॉट्स पोस्ट हुए थे। जिसमें पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार ने शशि थरूर से प्यार करने की बात लिखी थी। इस मैसेज के बाद थरूर ने तुरंत ही ट्वीटर पर अकाउंट हैक होने की जानकारी साझा की और थोड़ी ही देर में उनका ट्वीटर अकाउंट भी डी-एक्टिव हो गया।
16 जनवरी 2014 को सुनंदा पुष्कर और मेहर तरार के बीच ट्वीटर पर जमकर कहा सुनी हुई और पुष्कर ने पाकिस्तानी पत्रकार को आईएसआई का एजेंट भी कह दिया था। सुनंदा ने वरिष्ठ पत्रकार नलिनी सिंह को फोन कर बताया की वो थरूर के बारे के कुछ खुलासा करेंगी।
17 जनवरी 2014 को दिल्ली के चाणक्यपुरी के पांच सितारा होटल लीला पैलेस के कमरा नं 345 में सुनंदा पुष्कर मृत पाईं जाती हैं। शशि थरूर ने बताया कि सुनंदा लूपस नाम की बीमारी से जूझ रहीं थीं और उनका इलाज केरल इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में चल रहा था। पुलिस ने शुरुआत में ख़ुदकुशी की बात कही और इस बात से भी इनकार नहीं किया कि सुनंदा की मौत दवाइयों के ओवरडोज़ से हो सकती है। उस दौरान सुनंदा का मेडिकल ट्रीटमेंट चल रहा था। सुनंदा को ल्यूपस एरिथिमाटोसस नाम की बीमारी थी। इसमें शरीर का इम्यून सिस्टम इतना ज़्यादा एक्टिव हो जाता है कि शरीर के स्वस्थ टिश्यू को ही मारने लग जाता है।
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23 जनवरी को तत्कालीन पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी ने मामले की जांच क्राइम ब्रांच को सौंप दी लेकिन इसके ठीक दो दिन बाद 25 जनवरी को केस की जांच वापस स्थानीय पुलिस के पास आ गया।
जनवरी 2015 को दिल्ली पुलिस ने इस मामले में हत्या का केस दर्ज कर लिया और इस मामले की जांच के लिए एक एसआईटी बना दी।
फ़रवरी 2016 को दिल्ली पुलिस की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने शशि थरूर से 3 बार पूछताछ की और उनका लैपटॉप, आईफोन और फोन सीज कर जांच के लिए सीएफएसएल भेज दिया था।
जून 2015 को सुनंदा का पोस्टमॉर्टम करने वाले डॉक्टर सुधीर गुप्ता ने आरोप लगाया कि उन पर झूठी रिपॉर्ट देने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
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मार्च 2016 को मेहर तरार इंडिया आईं और उन्होंने कहा कि उन्हें सुनंदा की मौत के बारे में कुछ भी मालूम नहीं।
जुलाई 2017 को भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने एक याचिका डाली जिसमें कोर्ट से दरख्वास्त की कि इस केस में कोर्ट की देख-रेख में सीबीआई की टीम जांच करे। दिल्ली हाई कोर्ट ने अक्टूबर में इस याचिका को ख़ारिज कर दिया।
29 जनवरी 2018 को सुब्रमण्यम स्वामी सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए और वहां भी उन्होंने स्पेशल इन्वेस्टिगेटिंग टीम की बात कही। इसके साथ ही ये भी कहा कि ये जानते हुए कि मौत प्राकृतिक नहीं है, पुलिस को मामले में एक साल से ज़्यादा का वक्त सिर्फ़ एफ़आईआर दर्ज़ करने में ही लग गया। फ़रवरी में कोर्ट ने कहा कि वो दिल्ली के हाई कोर्ट की कही बात को संज्ञान में लेंगे।
मई 2018 में दिल्ली पुलिस ने 3 हज़ार पन्ने की चार्जशीट दायर की जिसमें शशि थरूर पर सुनंदा को ख़ुदकुशी करने के लिए उकसाने के चार्ज लगाए।
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जून 2018 को दिल्ली में कोर्ट के सामने पेश होकर थरूर ने कहा कि वो निर्दोष हैं और कोर्ट में सच्चाई सामने आकर ही रहेगी।
फरवरी 2019 को पटियाला हाउस की सत्र अदालत ने सुनवाई सात मार्च तक के लिए टाल दी।
मई 2019 को राउज एवेन्यू स्थित विशेष न्यायाधीश अरुण भारद्वाज की अदालत में इस मामले में कांग्रेस नेता और सुनंदा पुष्कर के पति शशि थरुर के खिलाफ दाखिल चार्जशीट पर बहस शुरू हुई।
अगस्त 2019 को दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में अपनी दलील रखी। दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में बहस के दौरान कहा कि कांग्रेस नेता शशि थरूर के खिलाफ सुनंदा पुष्कर को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया जाना चाहिए।
30 जनवरी 2020 को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने शशि थरूर की अर्जी खारिज की।
कोर्ट ने मौत से पहले सुनंदा पुष्कर के ट्वीट को सुनवाई का हिस्सा बनाने से इनकार कर दिया।
बहरहाल, सुनंदा पुष्कर की मौत का मामला बीते छह वर्ष में भी नहीं सुलझ सका है और उनकी मौत पर रहस्य अब तक बरकरार है।