बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में दरोगा पुष्कर सिंह गंगवार के घर डकैती डालने का सनसनीखेज मामला समाने आया है। डकैतों ने खुद को लखनऊ क्राइम ब्रांच से बताया और घर में घुसे गए। घर में घुसने के बाद डकैतों ने दरोगा की पत्नी और मासूम बेटी को गन प्वाइंट पर लेकर किरायेदार परिवार को भी एक कमरे में बंद कर दिया। 20 मिनट के भीतर पांच लाख का माल समेटकर डकैत भाग गए। इस दौरान डकैतों ने एसओ की पत्नी और मासूम बेटी से मारपीट से भी।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना बरेली जिले के प्रेमनगर थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर की है। बता दें कि दरोगा पुष्कर सिंह गंगवार पीलीभीत के अमरिया थाने में तैनात है। 14 तारीख की शाम को 6 से 7 लोग साढ़े छह बजे के आसपास दरोगा पुष्कर सिंह के घर में घुस गए। उस समय घर पर पुष्कर सिंह की पत्नी रुचि गंगवार और छह साल की बेटी आन्या ही थी। दस साल का बेटा पनव बाहर खेलने गया था। थोड़ी देर पहले ही घरेलू नौकरानी काम करके गई थी, लिहाजा गेट खुला था।
दरोगा की पत्नी रुचि की ने बताया कि पहले दो लोग धड़धड़ाते हुए घर में घुसे और पूछा- ‘दरोगा कहां है? हम लखनऊ क्राइम ब्रांच से आए हैं, उनकी आईडी चेक करनी है।' रुचि कुछ समझ पातीं, उससे पहले ही तीन डकैत और अंदर घुस आए। उनके हाथों में तमंचे थे। यह देखकर रुचि घबरा गईं। एक डकैत ने बेटी आन्या को गोद में उठाकर उसके सिर से तमंचा सटा दिया। एक बदमाश रुचि से मारपीट करने लगा। उनसे चाबियां लेकर सेफ में रखे पचास हजार रुपये, सोने के दो हार और सोने की चार चूड़ी निकाल लीं।
इस दौरान दो डकैत ऊपर की मंजिल पर किराए पर रह रहे प्रेमशंकर शर्मा, उनकी पत्नी शोभा और बेटे अजय को आईडी दिखाने के बहाने नीचे ले आए। इसके बाद प्रेमशंकर से चाबी लेकर डकैतों ने उनके कमरे से 21 हजार रुपए, एक सोने का हार और चेन निकाल ली। सभी लोगों को नीचे के कमरे में बंद कर डकैतों ने उनके मोबाइल ले लिए और उन्हें छत पर रखी पानी भरी बाल्टी में डाल दिया। सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर उखाड़ अपने साथ ले गए। जाते वक्त डकैत गेट भी बाहर से लॉक कर गए। करीब 10 मिनट बाद रुचि ने किसी तरह लॉक खोलकर पड़ोसी के यहां से पति को कॉल की।
जल्दी ही घटना का खुलासा किया जाएगा: SSP
जल्दी ही घटना का खुलासा किया जाएगा: SSP
एसओ के घर डकैती की सूचना से पुलिस के होश उड़ गए। थोड़ी देर में पुलिस पहुंच गई। डॉग स्कवॉड, फिंगरप्रिंट एक्सपर्ट और फील्ड यूनिट की टीम से लेकर क्राइम ब्रांच तक ने जांच की। देर रात डीआईजी राजेश पांडेय और एसएसपी ने भी मुआयना किया, लेकिन डकैतों का कोई क्लू हाथ नहीं लगा। वहीं, एसएसपी शैलेश पांडेय ने बताया कि बदमाशों की तलाश में टीमें लगाई गई हैं। आसपास के सीसीटीवी कैमरों से साक्ष्य तलाशने की कोशिश कर रहे हैं। जल्दी ही नतीजा निकलेगा।