भारतीय दूतावास हिंदी भाषा सीखने और भारत की उदार संस्कृति के बारे में समझ बढ़ाने के इच्छुक अमेरिकियों और विदेशी नागरिकों के लिए इस वर्ष की नि:शुल्क हिंदी कक्षाएं शुरू करने जा रहा है।भारतीय संस्कृति के शिक्षक मोक्सराज 16 जनवरी से यह कक्षाएं लेंगे।मोक्सराज ने कहा, ‘‘भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा पिछले कुछ वर्षों में जबरदस्त तरीके से बढ़ी है।
वाशिंगटन। भारतीय दूतावास हिंदी भाषा सीखने और भारत की उदार संस्कृति के बारे में समझ बढ़ाने के इच्छुक अमेरिकियों और विदेशी नागरिकों के लिए इस वर्ष कीनि:शुल्क हिंदी कक्षाएं शुरू करने जा रहा है। भारतीय दूतावास ने सोमवार को एक बयान में कहा कि दूतावास में भारतीय संस्कृति के शिक्षक मोक्सराज 16 जनवरी से यह कक्षाएं लेंगे।
मोक्सराज ने कहा, ‘‘भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा पिछले कुछ वर्षों में जबरदस्त तरीके से बढ़ी है। भारत के बारे में सही जानकारी हासिल करने के लिए लोग हिंदी सीखना चाहते हैं। भारत की कला-संस्कृति, वास्तुकला, परिवार प्रणाली, वैवाहिक जीवन, हिंदी फिल्में, योग-ध्यान, पाक-कला, राजनीति और कारोबार के बारे में ज्ञान बढ़ाने के लिए करोड़ों लोगों के बीच हिंदी को लेकर रुचि बढ़ी है।’’उन्होंने कहा कि अमेरिका में हिंदी की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है।
भारतीय दूतावास पिछले दो साल से मिशन में विभिन्न देश के लोगों को हिंदी सिखाने के लिए नि:शुल्क कक्षाओं का आयोजन कर रहा है। उसने जॉर्ज वाशिंगटन विश्वविद्यालय और जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय जैसे प्रतिष्ठित अमेरिकी उच्च शिक्षा केन्द्रों के साथ भागीदारी भी की है। भारतीय दूतावास अमेरिका की नई पीढ़ी को हिंदी से जोड़ने के लिए विशेष योजना पर भी विचार कर रहा है। भारतीय मूल के कई संगठन कवि सम्मेलन और विभिन्न प्रकार की हिंदी प्रतियोगिताओं का आयोजन कर हिंदी की लोकप्रियता बढ़ाने की कोशिश कर रहे हैं।
मोक्सराज ने कहा कि हिंदी और संस्कृत कई स्थानों पर सिखायी जाती है और गीता के श्लोक भी पढ़ाए जाते हैं। मोक्सराज वाशिंगटन डीसी में भारतीय दूतावास में नियुक्त पहले सांस्कृतिक राजनयिक हैं। उन्हें यहां भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद ने भारतीय संस्कृति शिक्षक के रूप में नियुक्त किया है। वह वाशिंगटन डीसी, वर्जिनिया, मैरीलैंड, वेस्ट वर्जिनियन और केंटकी जैसे कई स्थानों पर हिंदी, भारतीय संस्कृति, योग और संस्कृति की शिक्षा देते हैं। उन्होंने 2018 और 2019 में भारतीय दूतावास में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का नेतृत्व भी किया था।