लखनऊ। उन्नाव जिले में सामूहिक दुष्कर्म पीड़िता इस समय लखनऊ के सिविल अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। डॉक्टरों ने उसे दिल्ली ले जाने की सलाह दी है। वहीं, इस मामले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि पीड़िता को सरकारी खर्च पर हर संभव चिकित्सा दी जाए। इसके साथ ही सीएम योगी ने जिला प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों को निर्देश है कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवई कर कोर्ट से प्रभावी दंड दिलाने के लिए हर संभव कार्रवाई की जाए। बता दें कि पीड़िता 90 फीसदी से ज्यादा जली हुई है।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने उन्नाव में हुई घटना का संज्ञान लेते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया है कि पीड़िता को सरकारी खर्च पर हर संभव चिकित्सा सुविधा प्रदान की जाए। उन्होंने जिला प्रशासन व पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया है कि आरोपियों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही कहा कि मण्डलायुक्त, लखनऊ एवं पुलिस महानिरीक्षक को तत्काल घटना स्थल का निरीक्षण कर आज सायंकाल तक अपनी आख्या उपलब्ध कराने के निर्देश भी दिए हैं।
महासचिव प्रियंका गांधी ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा, 'कल देश के गृह मंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने साफ-साफ झूठ बोला कि यूपी की क़ानून व्यवस्था अच्छी हो चुकी। हर रोज ऐसी घटनाओं को देखकर मन में रोष होता है। भाजपा नेताओं को भी अब फर्जी प्रचार से बाहर निकलना चाहिए।'
90 प्रतिशत से ज्यादा जली है पीड़िता
90 प्रतिशत से ज्यादा जली है पीड़िता
बता दें कि उन्नाव में गुरुवार को गैंगरेप पीड़िता को जमानत पर छूट कर आए दो आरोपियों ने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर जिंदा जला दिया था। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने पीड़ित युवती को गंभीर हालत में जिला अस्पताल भेजा, जहां उसकी गंभीर हालत को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे लखनऊ रेफर कर दिया था। बताया जा रहा है कि पीड़िता 90 प्रतिशत तक जल गई है।
बता दें कि गैंगरेप पीड़िता को जिंदा जलाने के मामले में पुलिस ने सभी पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें मुख्य आरोपी शिवम त्रिवेदी भी शामिल है। इसके अलावा शुभम त्रिवेदी, हरिशंकर त्रिवेदी, उमेश बाजपेई और राम किशोर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उन्नाव के एसपी विक्रांत वीर के अनुसार आरोपी को पकड़ने के लिए 4 टीमें लगाई गई थीं।