बस्तीः जनपद में देह व्यापार के मामले कई बार चर्चा में आये लेकिन लचर कार्यशैली और कमजोर होमवर्क के कारण पुलिस किसी भी मामले का खुलासा नही कर पाई। नतीजा ये है कि आये दिन कहीं न कहीं देह व्यापार के खुलासे हो रहे हैं। कई बार तो ऐसे मामले भी आये हैं कि पर्याप्त साक्ष्य रहते हुये भी पुलिस के हाथ उन लोगों तक नही पहुंचे जो इस अवैध व्यापार की जड़ों में पानी डालकर अपनी जेब और बिस्तर दोनो गरम करते हैं।
सूत्रों की माने तो पूर्व में चर्चा में आये सेक्स स्कैंडल में कई नामचीन हस्तियों की गिरेबान पुलिस के हाथों में होती लेकिन जानबूझकर उन्हे आजाद रखा गया। इनमे अधिकारी, नेता, पत्रकार और स्वयं पुलिस के भी कई चेहरे चर्चा मे थे। ताजा मामला कोतवाली थाना क्षेत्र के पचपेड़िया रोड का है। यहां देह व्यापार का खुलासा उस वक्त हुआ जब राजन डिग्री कालेज के सामने रह रहे एक दम्पति का आपसी झगड़ा पुलिस तक पहुंचा और डायल 112 पुलिस मौके पर पहुंची। यहां बताया गया कि दयाराम यादव नाम का शख्स सेक्स रैकेट का संचालक है, उसका पत्नी मधु यादव से विवाद हुआ तो मधू ने पुलिस बुला लिया। मोहल्ले के लोगों ने भी बताया कि यहां महीनों से देह व्यापार किया जा रहा है।
स्थानीय लोगों के साथ ही बाहरी लोगों का भी यहां आना जाना होता है। कई सम्भ्रान्त लोगों ने बताया कि रिहायशी इलाके में देह व्यापार से सभी पीड़ित हैं। इसी परिवार के कारण शरीफ परिवारों पर भी कीचड़ उछलते हैं। फिलहाल दयाराम के साथ दो महिलाओं को पुलिस ने हिरासत में लिया है जबकि दो पुरूष और एक महिला मौके से भागने में कामयाब रही। समाचार लिखे जाने तक सभी को कोतवाली पुलिस ने बैठाया हुआ था, बताया गया कि मामला पुरानी बस्ती इलाके का है इसलिये पुरानी बस्ती पुलिस को सौंप दिया जायेगा। सेक्स स्कैंडल का चर्चा में आना पहली बार की घटना नही है। पूर्व में आवास विकास की एक महिला ने पति द्वारा देह व्यापार संचालित किये जाने का खुलासा खुद कोतवाली पहुचकर किया था।
उसने कई सफेदपोशों और अफसरों के नाम लिये थे लेकिन कुछ दिनों बाद महिला गायब हुई तो आज तक सामने नही आयी। किन शर्तों पर उसने अपनी जुबान बंद कर ली आज तक पता नही चला। एक बात सभी जानते हैं कि जितने लोगों का नाम उस महिला ने लिया सभी को बचाने में पुलिस कामयाब रही। दूसरी घटना ने उस वक्त चौंकाया था जब कुछ युवतियां देह व्यापार के दलदल से बच निकलने के लिये बगावत कर बैठी और पुलिस आफिस पहुंच गयीं। मीडिया के सामने दिये बयान में युवतियों ने स्वीकार किया कि बाईपास पर स्थित एक आश्रम में सच्चिदानंद नाम का एक ढोंगी कई वर्षो से युवतियों का शारीरिक और मानसिक शोषण करता आ रहा है।
इन युवतियों ने जब विरोध किया तो उन्हे मारपीट कर आश्रम से बाहर फेंकवा दिया था। युवतियों द्वारा लिखित तहरीर दिये जाने के बाद भी आज तक तथाकथित बाबा सच्चिदानंद तक पुलिस नही पहुंच पायी। जबकि कई बार इसके लिये धरना प्रदर्शन भी हुये। इसी तरह कटरा मोहल्ले की एक किशोरी ने देह व्यापार का बड़ा खुलासा करके सभी को चौंका दिया था। प्रकाश में आया था कि उसकी मां स्वयं उससे जिस्म का धंधा करवाती है। उसने खुद कबूल किया था कि सौ से ज्यादा लोग उसका जिस्म नोच चुके हैं। किशोरी ने जो नाम बताये उनमे तीन चार का चालान कर बाकी ऊंची रसूख वालों को बंचा लिया गया। इसी मामले में सदर एसडीएम का ड्राइवर भी जेल गया था। इस मामले में भी पुलिस ने होमवर्क पूरा नही किया। ऐसे अनेक मामले हैं जिसमे पुलिस की लचर कार्यशैली उजागर हुई है या फिर आधी अधूरी कार्यवाही कर जिम्मेदारी पूरी कर ली गयी।
रिहायशी इलाकों में पसर गया देह व्यापार
कई दशक से रेलवे स्टेसन के निकट स्थित इटैलिया मोहल्ला देह व्यापार को लेकर मशहूर था। पुलिस के लगातार डंडा पटकने, सामाजिक संगठनों के प्रतिरोध के चलते यहां जिस्मफरोशी का ध्ांधा कमजोर तो हुआ लेकिन बंद नही हुआ। बल्कि यहां से जिस्म बेंचकर लोगों की हवस मिटाने वालों का नेटवर्क रिहायशी इलाकों में पसर गया। सम्रान्त नागरिकों का कहना है कि मोहल्लों में हो रहे देह व्यापार को लेकर कुछ कहना या खुलकर शिकायत करना भी खतरे से खाली नही है। कटरा, बेलगड़ी, बैरिहवां, आवास विकास, कांशीराम कालोनी, हाइवे पर स्थित कई ढाबे, इटैलिया, बेलवाडाड़ी सहित कई मोहल्ले सेक्स को लेकर चर्चा में आ चुके हैं। ताजा मामले मे पुलिस तह तक जायेगी या फिर वही लचर रवैया सामने आयेगा, यह जानने के लिये इंतजार करना होगा।