बस्तीः जनपद में बगैर मानक के संचालित निजी अस्पताल मरीजों को मौत बांट रहे हैं। यहां मौत के करीब आने तक मरीजों का इलाज किया जाता है और जब इसका पता चल जाता है कि अब वह कुछ ही दिनों का मेहमान है तो उसे डिस्चार्ज कर दिया जाता है। अवैध रूप से संचालित अस्पतालों पर कार्यवाही की बात करें तो यह सिर्फ हरैया विकास खण्ड में दिख रहा है।
बाकी के ब्लाको और यहां तक कि जनपद मुख्यालय पर भी ऐसे अस्पताल बेरोकटोक संचालित हो रहे हैं। ताजा मामला शहर का ही है। मुण्डेरवां थाना क्षेत्र की बेहरा गांव निवासी नीलम चौधरी ने जिलाधिकारी को दिये शिकायती पत्र में पचपेड़िया रोड स्थित स्टार मेडकल सेण्टर का कारनामा उजागर किया है। महिला के मुताबिक उसने यहां 27 जुलाई को हार्निया का आपरेशन कराया। 30 जुलाई को उसे डिस्चार्ज कर दिया गया। लेकिन राहत मिलने की बजाय उसकी परेशानी बढ़ने लगी। उसने फिर डाक्टर को दिखाया तो बताया कि उसके घाव में मवाद बन रहा है। उसे दूसरे चिकित्सक को दिखाने की सलाह भी दी जा रही है। कुछ पूछने पर धमकियां दी जा रही हैं। पीड़ित महिला ने जिलाधिकारी से अपनी गरीबी और लाचारी का हवाला देते हुये अस्पताल की जांच कर मामले में उचित कार्यवाही का अग्रह किया है।de