लखनऊ। मेरठ एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह का कथित वायरल वीडियो का मामला अब तूल पकड़ता जा रहा है। वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा,'भाजपा ने संस्थाओं में इस कदर साम्प्रदायिक जहर घोला है कि आज अफसरों को संविधान की कसम की कोई कद्र ही नहीं है।' बता दें कि वीडियो सामने आने के बाद एसपी की काफी आलोचना हुई और उत्तर प्रदेश पुलिस को भी निशाने पर लिया गया। शनिवार को मेरठ के एडीजी प्रशांत कुमार ने वायरल हो रहे वीडियो पर सफाई देते हुए कहा कि अगर स्थिति सामान्य होती तो शब्दों का चुनाव बेहतर हो सकता था।
गौरतलब है कि सीएए के खिलाफ यूपी में हुए हिंसक प्रदर्शन में कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। 20 दिसंबर को हुए प्रदर्शन के दौरान उपद्रवियों ने संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और यूपी पुलिस पर पथराव भी किया। उसी समय का एक वीडियो वायरल होने से बवाल मच गया है, यूपी पुलिस सवालों के घेरे में आ गई है। एसपी सिटी के वीडियो वायरल होने के बाद प्रियंका गांधी भी भाजपा पर हमलावर नजर आई। प्रियंका ने ट्वीट करते हुए लिखा, 'भारत का संविधान किसी भी नागरिक के साथ इस भाषा के प्रयोग की इजाजत नहीं देता और जब आप अहम पद पर बैठे अधिकारी हैं तब तो जिम्मेदारी और बढ़ जाती है। भाजपा ने संस्थाओं में इस कदर साम्प्रदायिक जहर घोला है कि आज अफसरों को संविधान की कसम की कोई कद्र ही नहीं है।'
मेरठ के सिटी एसपी अखिलेश नारायण सिंह को कहते हुए सुना जा सकता है कि ''जो काली पट्टी और पीली पट्टी बांध रहे हो बता रहा हूं... उनसे कह दो पाकिस्तान चले जाएं। फ़्यूचर काला होने में लगेगा सेकेंड भर, एक सेकेंड में सब काला हो जाएगा। देश में नहीं रहने का मन है, चले जाओ भैया। वीडियो में वो ये कहते हुए सुने जा सकते हैं कि खाओगे कहीं का और गाओगे कहीं का, आपके फोटो ले लिए गए हैं, लोगों की पहचान हो गई है, गली में कुछ हो गया तो तुम लोग क़ीमत चुकाओगे।
एसपी के वीडियो पर सफाई देते हुए प्रशांत कुमार ने कहा कि अगर स्थिति सामान्य होती तो शब्दों का चुनाव बेहतर हो सकता था, लेकिन उस दिन स्थिति बेहद खराब थी। हमारे अधिकारियों ने बहुत संयम दिखाया पुलिस द्वारा कोई गोलीबारी नहीं की गई। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने आगे कहा कि सीएए के खिलाफ हिंसक प्रदर्शन के दौरान पुलिस पर पथराव किया जा रहा था। भारत-विरोधी और पड़ोसी देश के समर्थन में नारे लगाए जा रहे थे, स्थिति बहुत ही तनावपूर्ण थी। प्रदर्शनकारी पीएफआई के पर्चे वितरित कर रहे थे। सभी अपीलों के बावजूद ये सब हो रहा था लेकिन उपद्रवियों ने किसी की नहीं सुनी। हालांकि धार्मिक नेता ने भी शांति अपील की।
वीडियो वायरल होने के बाद एसपी सिटी की सफाई सामने आई है। एसपी सिटी की मानें तो प्रदर्शनकारी पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रहे थे। तब उनसे कहा गया था कि 'अगर आप पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हैं, भारत से इतनी नफरत करते हैं और पत्थर फेंकते हैं तो पाकिस्तान चले जाते।' फिलहाल ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है, जिसके बाद उनपर कार्रवाई की जाएगी।