बस्ती। पुलिस और आरपीएफ के संयुक्त प्रयास से फर्जी साफ्टवेयर बनाकर ई टिकटिंग के जरिये रेलवे को लाखों का चूना लगाने वाले तीन अभियुक्तों को गिरफ्तार कर एक संगठित गिरोह के पर्दाफाश का पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने दावा किया है। मीडिया को ब्रीफ करते हुये एसपी ने बताया कि स्वाट टीम ने आज भोर में फर्जी साफ्टवेयर तैयार कर रेलवे को भारी चूना लगाने वाले तीन अभियुक्तों को रेलवे स्टेशन के निकट स्थित हनुमान मन्दिर से गिरफ्तार किया है। उनके पास से बिना नम्बर की ईको कार, एक लैपटॉप, कम्प्यूटर सीपीयू, दो डेस्क टॉप, छः मोबाइल, तीन एटीएम, एक डायरी, पैन कार्ड, 74 ई टिकट, तीस पेज का टिकटों से सम्बन्धित स्टेटमेन्ट और तीन हजार एक सौ रुपये नगद बरामद किया गया है। पुलिस के अनुसार जालसाजों द्वारा फर्जी साप्टवेयर तैयार कर आरसीटीसी की साइट हैक कर ई टिकट जारी किये जाते थे। रेड बुल और आई बाल के नाम से फर्जी साफ्टवेयर बेंचकर हैकरों ने जगह जगह अपने एजेण्ट बना रखे थे, जो उनकी अवैध कमाई का जरिया थे।
जारी टिकटों को अधिक दाम पर ग्राहकों को बेंचा जाता था। इस अभियान में थानाध्यक्ष पुरानी बस्ती सर्वेश राय और आरपीएफ के नरेन्द्र सिंह यादव भी शामिल रहे। एसपी ने बताया कि हैकरों के बैंक खातों की डिटेल के अनुसार इन्होने कुछ ही दिनों में करीब 81 लाख का टर्न ओवर किया है। पूरे मामले का मास्टरमाइंड शमसेर है। उसके अलावा अभय प्रताप सिंह भी पुलिस के निशाने पर है। एसपी ने बताया कि पकड़ा गया अभियुक्त सन्नी राय बाकायदा यू ट्यूब चैनल बनाकर अपने एजेण्टों को टिकट जारी करने के तरीके बताता था।
गिरफ्तार अभियुक्त
गिरफ्तार अभियुक्तों में सन्नी राय उर्फ राजा भाई पुत्र रामजतन राय निवासी भूपगढ थाना गोला जनपद गोरखपुर हाल मुकाम एलआईजी बी 175ध्6 बुद्ध बिहार पार्ट सी तारा मंण्डल थाना रामगढ़़ताल जनपद गोरखपुर, सौरभ राय पुत्र भाष्कर राय निवासी चांडी थाना गोला जनपद गोरखपुर तथा मोइन्नुल हक उर्फ लल्लू पुत्र सिराजुल्लहक निवासी पिकौरा दत्तुराय गाँधीनगर थाना कोतवाली जनपद बस्ती हैं। साईबर क्राइम में लिप्त दो अपराधियों अभय प्रताप सिंह पुत्र उमेश प्रताप सिंह निवासी जेलरोड निकट किड्स जी स्कूल गोण्डा थाना कोतवाली जनपद गोण्डा एवं शमशेर आलम पुत्र निसार अहमद निवासी कोल्हुई गरीब थाना खोड़ारे कोपुलिस सरगर्मी से तलाश रही है।