बस्तीः देश भर में हो रही बलात्कार की घटनाओं को लेकर लोग गुस्से में है। मर्यादा पुरूषोत्तम श्री राम की पत्नी का अपहरण हुआ तो रावण की लंका जला दी गयी, द्रौपदी का अपमान हुआ तो महाभारत हो गया। आज रोज किसी न किसी सीता का अपहरण हो रहा है और द्रौपदी की इज्जत रौंदी जा रही है। हमारे देश की सरकारों ने ऐसे गंभीर अपराध रोकने के लिये जो कानून बनाया है उसका भी पालन नही करवा पा रही है। यह बातें चित्रांश क्लब की अध्यक्ष संध्या दीक्षित ने कही। दीक्षित के नेतृत्व में महिलाओं ने गांधीनगर में पैदल मार्च कर दुष्कर्म की घटनाओं का विरोध दर्ज कराया।
प्रतिमा श्रीवास्तव ने कहा बलात्कार से जुड़े मामलों की सुनवाई 6 माह में पूरी करके सजा सुनाने का प्रावधान है कि लेकिन कई सालों तक मुकदमे अदालतों में लम्बित रहते हैं। फैसलों में हो रही देरी के कारण अपराधियों में खौफ नाम की कोई चीज नही रह गयी है। वंदना द्विवेदी अर्चना श्रीवास्तव ने कहा अब तो न्यायिक प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे है। ताजा घटनाओं को लेकर जगह जगह विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। सबकी जुबान पर एक ही मांग है बलात्कारियों के लिये फांसी। क्लब की संस्थापक रेखा चित्रगुप्त, पूर्व अध्यक्ष श्रीमती शीला पाठक, सिम्मी भाटिया, गीता पांडे, सुमन पांडे, नीलम मिश्रा, संजय द्विवेदी, अरुण, विनोद चौधरी, हेमंत आदि ने विरोध प्रदर्शन कर अपराधियों के खिलाफ फांसी की मांग किया है। उक्त प्रदर्शन हनुमानगढ़ी गांधीनगर से कम्पनी बाग तक किया गया।