बस्ती । होम्योपैथ के वरिष्ठ चिकित्सक एवं रिसर्च सोसाइटी आफ होम्योपैथी जिलाध्यक्ष डा. वी.के. वर्मा को 'डेगूं रोग का होम्योपैथी से उपचार' विषयक शोध पत्र पर उत्तराखण्ड के नैनीताल में आयोजित होम्योपैथी साइंस कांग्रेस सम्मेलन में सम्मानित किया गया। इस कांफ्रेस में देश भर से लगभग 400 होम्योपैथिक विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया।
यह जानकारी देते हुये डा. वी.के. वर्मा ने बताया कि होम्योपैथी से डेगूं रोग का सफल उपचार संभव है। मरीज को इस पैथी पर विश्वास कर अपना इलाज करना चाहिये। अब तक वे स्वयं 300 से अधिक मरीजों को स्वस्थ कर चुके हैं। बताया कि नैनीताल में आयोजित होम्योपैथी साइंस कांग्रेस सम्मेलन में कुुमायूं विश्वविद्यालय के कुलपति डा. एस.एस. राना, उत्तराखण्ड होम्योपैथिक मेडिसिन बोर्ड निदेशक डा. राजेन्द्र सिंह, उत्तर प्रदेश होम्योपैथिक मेडिसिन बोर्ड के अध्यक्ष डा. वी.एन. सिंह, केन्द्रीय होम्योपैथिक परिषद के पूर्व सदस्य डा. अनुरूद्ध वर्मा ने उन्हें प्रमाण-पत्र, शील्डे देकर सम्मानित किया। यह पूर्वान्चल के लिये होम्योपैथी के क्षेत्र में गौरव का विषय है। कांफ्रेस में डा. वी.के. वर्मा के साथ डा. डी.के. दूबे, डा. विजेन्द्र सहाय, राजेश्वरी वर्मा ने बस्ती से हिस्सा लिया।
डा. वी.के. वर्मा को उत्तराखण्ड में सम्मानित किये जाने पर डा. बी.बी. मिश्रा, डा. एन.के. सिंह गौतम, डा. के.के. सिंह, वीरेन्द्र तिवारी, डा. अनिल पाण्डेय, डा. आर.पी. मौर्या, डा. जे.एल. विश्वकर्मा, डा. एस.के. तिवारी, डा. मनोज मिश्र, अरविन्द गौड़, डा. एस.के. श्रीवास्तव, डा. पवन गुप्ता, डा. सतीश चौधरी, डा. जुनेद अहमद, डा. एस.के. उपाध्याय, डा. रामजी सोनी, डा. डी.के. गुप्ता आदि ने प्रसन्नता व्यक्त किया है।