मऊ। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सोमवार को मऊ में हुए हिंसक प्रदर्शन ने दक्षिण टोला थाने को भी आग के हवाले कर दिया और कई वाहनों में आग लगा दी थी। प्रदर्शन के दौरान हुई इस हिंसक झड़प में योगी सरकार ने मंगलवार को बडी कार्रवाई ही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार ने आजमगढ़ के डीआईजी मनोज तिवारी को हटा दिया है। उनकी जगह रविन्द्र गौड़ को नया डीआईजी बनाया गया है। बताया जा रहा है कि मनोज तिवारी को छुट्टी पर रहने के चलते उनको हटाया गया है।
दरअसल, 16 दिसंबर को मऊ के हाजीपुरा इलाके में कुछ लोग जामिया मिलिया इस्लामिया की घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए सड़क पर उतर आए थे। पुलिस ने उग्र हुए इन प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया और इसी दौरान कुछ लोगों ने कुछ वाहनों में आग लगा दी। प्रदर्शन के बीच जब पुलिस ने इन्हें रोकने की कोशिश की तो लोग उग्र हो गए। इसके बाद इन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागकर और हवाई फायरिंग कर भीड़ को नियंत्रित करने की कोशिश की। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने दक्षिण टोला थाने को भी आग के हवाले कर दिया था।
हिंसा की खबर मिलने के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त नाराजगी जताई। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सीएम योगी ने मऊ के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के साथ आजमगढ़ के कमिश्नर की जमकर क्लास लगाई। वहीं, सहारनपुर और वाराणसी के डीएम को भी फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि प्रशासन, कानून तोड़ने वाले के साथ सख्ती से पेश आये। सीएम ने कहा कि किसी को भी कानून तोड़ने की इजाजत नहीं है।
मऊ एसपी अनुराग आर्य ने बताया कि वीडियो के आधार पर अब तक 19 उपद्रवियों को हिरासत में लिया गया है। इसके साथ ही अन्य को चिह्नित कर पुलिस गिरफ्तारी करने में जुटी हुई है। वहीं, पुलिस ने आठ संदिग्धों को भी गिरफ्तार किया है। एसपी बताया कि उपद्रवियों के ऊपर एनएसए तक की कार्रवाई की जाएगी।