बरेली। काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस ट्रेन के महिला कोच में बड़ी वारदात हुई है। यहां देवरिया जिले की युवती को अकेला देखकर शोहदों ने उससे छेड़खानी की, जब युवती ने छेड़छाड़ का विरोध किया तो उसे चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया। राहगीरों ने उसे ट्रैक किनारे घायल अवस्था में पड़ा देखा तो पुलिस को फोन किया और उसे अस्पताल पहुंचाया। देर शाम पीड़िता के परिजन भी अस्पताल पहुंच गए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, देवरिया जिले की रहने वाली एक युवती पीलीभीत में रहकर एक निजी फर्म में नौकरी करती है। उसके पिता बाहर नौकरी करते हैं। पीलीभीत शिफ्ट होने के बाद वह पहली बार अपने गांव मां से मिलने जा रही थी। गुरुवार को वह बस से बरेली आई और शाम को करीब पांच बजे यहां से काशी विश्वनाथ एक्सप्रेस में लखनऊ जाने के लिए महिला कोच में सवार हो गई।
युवती के अनुसार, ट्रेन में पहले से पांच युवक सवार थे, जो उसे देखकर फब्तियां कसने लगे। यह सब अनदेखी कर वह खिड़की के पास वाली सीट पर बैठ गई। आरोपित युवक वहां भी आ गए और छेड़खानी करने लगे। जिसका उसने विरोध किया तो उसके साथ मारपीट की और चलती ट्रेन से नीचे फेंक दिया। वह ट्रैक किनारे जा गिरी। सिर व पीठ में गहरी चोट के कारण दर्द से कराह रही थी, इसी बीच कुछ राहगीर दिखे तो उन्हें घटना की जानकारी दी। तब उन्होंने डायल 112 को फोन कर बुलाया।
वहीं से युवती ने पीलीभीत में रहने वाले रिश्तेदारों को फोन कर घटना के बारे में बताया। डायल 112 के प्रभारी एसआइ सुधीर कुमार के अनुसार, शाम पौने छह बजे युवती फरीदपुर में द्वारिकेश शुगर मिल के पास रेल फाटक के पास घायल मिली थी। जिसे अस्पताल पहुंचाया। बता दें कि युवती के सिर से खून बह रहा था। पुलिस उसे फरीदपुर के सामुदायिक केंद्र लेकर पहुंची। चिकित्सा अधीक्षक डॉ. बासित अली ने बताया कि युवती के सिर में छह टांके आए। प्राथमिक इलाज दिया गया, इस बीच रात करीब दस बजे पीलीभीत से आए उसके रिश्तेदार साथ ले गए।