लखनऊ।उन्नाव की गैंगरेप पीड़िता ने शुक्रवाग रात को 90% जलने के कारण दम तोड़ दिया। सोशल मीडिया पर लोग उन्नाव के लिए भी हैदराबाद आरोपियों की तरह एनकाउंटर की सजा की मांग कर रहे हैं। पर इस बीच एक रिपोर्ट सामने आई है कि अकेले उन्नाव में बलात्कार के करीब 86 मामले दर्ज हुए हैं वहीं 185 मामले महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और बदतमीजी के हैं।
उन्नाव में महिलाओं के साथ हुई छेड़छाड़ और रेप की घटनाएं चौंकाने वाली हैं। आंकड़ों के मुताबिक ये मामले किसी के भी रोंगटे खड़े कर सकते हैं। उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा के नाम पर खानापूर्ती भी नहीं हो रही है। अकेले उन्नाव जिले में इस साल जनवरी से नवंबर तक रेप की 86 घटनाएं दर्ज हुई हैं। इसके अलावा महिलाओं के साथ छेड़छाड़ के 185 मामले सामने आए हैं।
-दिसंबर 2018 में शादी का झांसा देकर उसके साथ गैंगरेप किया गया था। पीड़िता ने जिले के बांगरमऊ से विधायक कुलदीप सेंगर पर रेप का आरोप लगाया। इस मामले में कुलदीप सेंगर अभी जेल में है। दूसरी ओर तीन बार जानलेवा हमले के बाद अब पीड़िता की मौत हो चुकी है।
-22 फरवरी 2018 को उन्नाव के एक गांव में एक दलित महिला को जिंदा जला दिया गया था। 24 फरवरी को आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
-18 अक्टूबर 2019 को बांगरमऊ में खेत जा रही एक लड़की के साथ दुष्कर्म की कोशिश की गई। लड़की के पिता ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई तो पुलिस ने गिरफ्तारी की कोशिश शुरू की।
-05 नवंबर 2019 को असोहा में शादी का झांसा देकर महिला से दुष्कर्म की शिकायत दर्ज की गई।
इसके अलावा भी बहुत से मामले हैं जिनमें महिलाओं के साथ बलात्कार और छेड़छाड़, मारपीट की घटनाएं हुई हैं।
जानकारी के अनुसार उन्नाव के बिहार थाना क्षेत्र के एक गांव की 23 वर्षीय युवती को गांव के ही शिवम त्रिवेदी ने फंसा लिया था फिर वो उसे अपने किराए कमरे पर रायबरेली ले गया जहां उसका वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करता रहा और कई दिनों तक यौन शोषण किया। कुछ समय बाद पीड़िता से दोबारा संपर्क साध अपने दोस्तों के साथ मिलकर उसका गैंगरेप किया। मार्च 2019 में पुलिस ने इस गैंगरेप की शिकायत भी दर्ज की थी। पुलिस ने इस मामले में पांच लोगों को गिरफ्तार किया। इनमें से मुख्य आरोपी शुभम त्रिवेदी है, वो 30 नवंबर 2019 को जमानत पर छूट कर आया था। कोर्ट में केस चल रहा है लड़की पर दो बार जानलेवा हमला किया जा चुका है।
ऐसे ही 4 दिसंबर 2019 को लड़की इसी मामले की सुनवाई में हिस्सा लेने के लिए रायबरेली जा रही थी तो उसे पहले चाकू मारकर घायल किया गया फिर तेल छिड़ककर ज़िंदा जला दिया गया। वो 90 फीसदी तक जल गई और मदद के लिए भागती रही। पीड़िता को पहले स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया था। फिर लखनऊ के सिविल अस्पताल भेजा गया। शाम को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश पर लड़की को एयर एंबुलेस से दिल्ली लाया गया जहां उसने शनिवार सुबह दम तोड़ दिया। पीड़िता की मौत के बाद लोगों में गुस्सा है। सोशल मीडिया पर लोग कह रहे हैं उन्नाव केस तो बहुत पुराना है तो पीड़िता को अभी तक न्याय क्यों नहीं मिला है?