बस्ती। बैंक की सुरक्षा और कैश वैन की सुरक्षा को लेकर के प्रशासन जरा सा भी संवेदनशील नहीं है । इसका ताजा उदाहरण 6 दिसंबर को स्टेशन रोड पर स्थित यूनियन बैंक ऑफ इंडिया पर देखने को मिला जहां अपराहन 2:00 बजे गोरखपुर से चलकर एक कैश वैन यूनियन बैंक की शाखा पर पहुंची। जिसमें पर्याप्त सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं देखी गई। जबकि बैंक और कैश की सुरक्षा को लेकर के सरकार करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रही है लेकिन जिम्मेदार पदों पर बैठे अफसर अपना दायित्व निभाने में कटौती कर रहे हैं। इस संबंध में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया गोरखपुर के सिक्योरिटी अफसर राजेंद्र यादव ने पूछने पर बताया कि कैश की सुरक्षा की जिम्मेदारी प्राइवेट कंपनी को दी गई है सुरक्षा में इस प्रकार की चूक कैसे हुई इस पर हर हाल में कार्रवाई कराई जाएगी। यूनियन बैंक के डीजीएम गोरखपुर कुमार भार्गव ने कहा कि कैश वैन के साथ सिक्योरिटी में अगर चूक हो रही है तो इसकी जांच कराकर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कैश वैन के सिक्योरिटी पर नजर रखने के लिए जनसंदेश टाइम्स को धन्यवाद दिया।
अभी ताजा मामला 6 दिसंबर को जिले में अलर्ट घोषित होने के बाद भी कानून व्यवस्था को धता बताने वाले 3 बाइक सवार 6 हेलमेट धारियों ने रोडवेज के निकट स्थित आईसीआईसीआई बैंक को तकरीबन 12:30 बजे लूट की घटना को अंजाम देकर 45 से ₹50 लाख रुपए लेकर फरार होने में सफल रहे । लेकिन पुलिस लुटेरों का पहचान अभी तक नहीं कर पाती है। जबकि 6 दिसंबर को जिला हाई अलर्ट घोषित था और कोतवाली क्षेत्र में पर्याप्त पुलिस बल की तैनाती की गई थी बावजूद भी इसके इतनी बड़ी घटना घटित हो गई जिसको लेकर के आम जनमानस में असुरक्षा और दहशत का माहौल कायम हो गया है।