बस्ती। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन द्वारा आईजीआरएस एवं मुख्यमंत्री हेल्पलाइन की व्यापक समीक्षा की गयी।
उन्होंने सभी अधिकारियों को चेतावनी दी है कि शिकायतों का गुणवत्ता पूर्वक निस्तारण शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी, साथ ही डिफॉल्टर प्रकरणों पर उन्होंने अधीक्षण अभियंता खंड 4 (सिंचाई जल संसाधन)को अंतिम रूप से कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इनके स्तर से इसी प्रकार शिकायतों का क्रम बना रहेगा तो इनके खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्टि जारी कर, शासन को भेज दी जाएगी। साथ ही सभी अधिकारी जिनके स्तर पर डिफॉल्टर अवशेष ह। वो 30 दिसंबर तक अंतिम रूप से गुणवत्तापूर्ण निस्तारण अपलोड करा लें।
उन्होंने ई -डिस्ट्रिक्ट मैनेजर सौरभ द्विवेदी को निर्देशित किया कि प्रत्येक दिवस इसकी मॉनिटरिंग करते हुए संबंधित अधिकारी द्वारा प्रकरण की क्या रिपोर्ट ऑनलाइन लगाई जा रही है, का सम्पूर्ण विवरण प्रत्येक दिवस मेरे समक्ष प्रस्तुत करेंगे। 31 प्रकरण डिफाल्टर व 1100 प्रकरण लंबित चल रहे है।अधिशाषी अभियंता खंड 4 सिचाई जल संसाधन, जिला कार्यक्रम अधिकारी,सीडीपीओ साउघाट, बी.डी.ओ. हर्रैया, सीडीपीओ परसरामपुर, खंड शिक्षा अधिकारी कप्तानगंज ,खंड विकास अधिकारी बनकटी,के स्तर पर डिफॉल्टर प्रकरण है।
बैठक में सीडीओ अरविंद पांडे, एडीएम रमेश चंद्र, जेल सुपरिंटेंडेंट, डीडीओ, समस्त उपजिलाधिकारी, समस्त खंड विकास अधिकारी एवं पुलिस विभाग के अधिकारीगण उपस्थित रहे।