महिला जगत
भारतीय समाज में पति पत्नी का रिश्ता सिर्फ इस जन्म के लिए नहीं बल्कि सात जन्मों का बंधन माना जाता है। इससे इस रिश्ते की पवित्रता का अंदाजा लगाया जा सकता है। विवाह के बाद लड़का और लड़की दोनों ही अपने जीवन की नई पारी का शुभारंभ करते हैं। दांपत्य जीवन में प्यार, सम्मान और विश्वास के बने रहने से ये सफर आसान बन जाता है। पुराणों में ऐसा कहा गया है कि जीवनसंगिनी अच्छे गुण वाली मिल जाए तो उस व्यक्ति को बहुत भाग्यशाली माना जाता है। जानते हैं महिला में ऐसे कौन से गुण होने चाहिए जिससे पति का भाग्य पक्ष मजबूत हो जाता है।
जिन व्यक्तियों की पत्नी सच्चे मन और आस्था के साथ अपने धर्म का पालन करती है वो खुशकिस्मत माने जाते हैं। ऐसी महिलाएं बहुत ही सहजता से अपने ससुराल पक्ष को खुश रख लेती हैं।
वो महिलाएं जो अपनी इच्छाओं को नियंत्रित करना जानती हैं और जिनकी इच्छाएं ही सीमित रहती हैं वो अपने पति को भाग्यशाली बनाती हैं। ऐसी औरतें नई नई चीजों की डिमांड करके अपने पति को परेशान नहीं करती हैं। इनके घर में किसी चीज की कमी नहीं रहती है क्योंकि ये सब मैनेज कर लेती हैं।
महिला के अंदर सब्र करने की क्षमता होनी चाहिए। जिस घर की औरतों में धैर्य का गुण नहीं होता है वहां अशांति रहती है।
अगर पत्नी घर के छोटों का ख्याल रखती है और बड़ों के साथ विनम्रता से बात करती है वो पूरे परिवार को साथ लेकर चलती है। ऐसी महिलाएं घर में कभी भी लड़ाई झगड़े की स्थिति पैदा होने नहीं देती हैं।
एक अच्छी जीवनसंगिनी वही है जो हर हाल में अपने पति का साथ दे। पति की हैसियत का ध्यान रखने वाली महिलाएं गुणी मानी जाती हैं। ऐसी औरतें पति के लिए किसी भी तरह की दुविधा पैदा करने के बजाय उन्हें उस परिस्थिति से उबारने का प्रयास करती हैं।
यदि मीठी वाणी वाली महिला आपको पत्नी के रूप में मिलती है तो ये पति ही नहीं पूरे घर के लिए खुशी की बात है। पत्नी के कठोर और कर्कश बोल ही विवाद की वजह बन सकते हैं।
किसी भी पुरुष के लिए ये बहुत खुशकिस्मती की बात होती है यदि उसकी पत्नी गुस्सा नहीं करती है। ऐसी महिलाएं सामने वाले के पक्ष को सुनने और समझने का समय लेती हैं।