हर्रैया, बस्तीः उप जिलाधिकारी (आईएएस) प्रेम प्रकाश मीणा द्वारा अधिवक्ता के पिता के निधन पर आयोजित शोकसभा के पश्चात कोर्ट स्थगित करने की स्वीकृति नही दिये जाने पर अधिवक्ताओं ने घण्टो नारेबाजी किया। विरोध के बावजूद एसडीएम ने न्यायालय में दर्जनों मुकदमे की सुनवाई किया। अधिवक्ताओं ने कहा कि एसडीएम के स्थानान्तरण तक कार्य बहिष्कार जारी रहेगा।
एसडीएम ने कहा कि अधिक से अधिक न्यायालय में सुनवाई की जायेगी। जानकारी के अनुसार अधिवक्ता अनिल श्रीवास्तव के पिता का निधन हो गया था जिसमें अधिवक्ताओं द्वारा शोक सभा आयोजित की गई थी। शोकसभा कर एक दिन के लिए न्यायालय में सुनवाई स्थगित करने के लिए बार एसोसिएशन के मंत्री अमरनाथ पाण्डेय बुधवार को पत्र लेकर उप जिलाधिकारी के पास पहुंचे। पजिलाधिकारी ने कहा कि वे भी उनके साथ शोक सभा में शामिल है लेकिन शोकसभा के बाद न्यायालय में वादो की सुनवाई की जायेगी। काफी देर तक बहस होने के बाद श्री पाण्डेय वापस अपने चैम्बर में चले गए।
थोड़ी देर बाद अधिवक्ता न्यायालय स्थगित न करने पर उप जिलाधिकारी के खिलाफ वकील नारेबाजी करने लगे। इस दौरान उप जिलाधिकारी न्यायालय में पहुंचे और वादो की सुनवाई शुरू कर दिया। अधिवक्ता न्यायालय में पहुंचकर एसडीएम से काफी देर तक बहस किए लेकिन उन्होंनें सुनवाई स्थगित नही किया। उप जिलाधिकारी ने कहा कि न्यायालय में तमाम ऐसे वाद लम्बित है जिसका कोई आधार ही नही है। साथ ही कुछ मामले ऐसे है जिसका निस्तारण आसानी से हो सकता है। इसलिए लगातार सुनवाई कर अधिक से अधिक मामलो का निस्तारण करने का लक्ष्य रखा गया है। न्यायालय से वापस लौटने के बाद अधिवक्ताओं ने शोक सभा किया तथा उप जिलाधिकारी के साथ-साथ तहसीलदार न्यायालय एवं नायब तहसीलदार न्यायालय का भी बहिष्कार कर दिया। सभी न्यायालयों में बिना अधिवक्ता के भी सुनवाई की गई।