रामपुर। रामपुर जिले में एक महिला ने मां की ममता को शर्मसार कर डाला। प्रेमी के साथ रहने की ख्वाहिश में इस महिला ने अपने माह के बेटे को पौने दो लाख में बेच डाला। पुलिस ने आरोपी महिला, उसके प्रेमी और बच्चा खरीदने वालों को गिरफ्तार किया है।
एएसपी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि रामपुर जिले के शाहबाद पुलिस थाने में 26 सितम्बर को एक जने ने रिपोर्ट दर्ज करवाई कि बहन चमन फिरोज उम्र 26 वर्ष व उसके नौ माह के बेटे को विपिन पुत्र ओमप्रकाश निवासी सैफनी थाना शाहबाद तथा दो महिला व दो पुरुष बंधक बनाकर अपहरण करके ले गए। उप निरीक्षक राजेश बैंसला के अनुसार मामला र्द कर जांच शुरू की। 15 नवम्बर को नामजद आरोपी विपिन को शाहबाद बिलारी रोड से गिरफ्तार किया गया। पुलिस पूछताछ में उसने चमन फिरोज से उसके नाजायज संबंध हो गए थे, लेकिन उसका नौ माह बेटा उनके संबंधों में बाधा बन रहा था। इसलिए योजना बनाकर 26 सितंबर को वे अमर सिंह यादव निवासी ग्राम खरसौल थाना शाहबाद, रामपुर के सहयोग से बस में बैठकर बदायूं चले गए थे। वहां पर उनकी मुलाकात संध्या नाम की एक महिला से हुई, जो अमर सिंह यादव की परिचित थी।
प्रेम प्रसंग में बाधा बन रहा
अमर सिंह यादव उनको संध्या के पास छोड़कर वापस आ गया था। इसके बाद संध्या को बताया कि यह बच्चा उनके प्रेम प्रसंग में बाधा बन रहा है। बच्चे को किसी को देना चाहते हैं। इस पर संध्या ने उनकी मुलाकात राघवेन्द्र पुत्र सरवन निवासी गणेश नगर जनपद-बरेली से कराई। राघवेन्द्र ने कहा कि वह बच्चे को किसी निसन्तान दम्पत्ति को दिलवा देगा, जिसके बदले उन्हें कुछ पैसे भी मिलेंगे। इसके बाद विपिन, चमन फिरोज, अमर सिंह यादव व राघवेन्द्र 9 माह के बच्चे फैज को लेकर राहुल पुत्र दीवानचन्द से मिले। आरोपी मां चमन फिरोज ने अपना नाम चांदनी तथा बेटे का नाम कृष्णा बताया।
हरियाणा में मिला बेटा
चमन फिरोज ने तर्क दिया कि उसके चार बच्चे पहले से हैं। अब इस बच्चे को वह नहीं पाल सकती। गरीब है। इसलिए बच्चा बेचना है। राहुल के कोई संतान नहीं थी। उसने 02 लाख 50 हजार रुपए बच्चा गोद लेने का तैयार हो गया। राहुल ने गोदनामा तैयार करवाकर 70 हजार रुपए दे दिए। 01 लाख 80 हजार का चेक दे दिया। पैसे लेकर दोनों चिकली गुजरात जाकर रहने लगे। इस दौरान चमन फिरोज की तबीयत खराब हो गई। इसलिए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। परन्तु 70 हजार रुपए खर्च हो जाने पर विपिन द्वारा अमर सिंह यादव पर फोन किया कि चैक से पैसे नहीं निकल पा रहे हैं। पैसे खत्म होने पर चमन फिरोज किसी तरह से अपने घर पर आ गई। यहां पर मनगढ़त कहानी बताकर विपिन व उसके साथियों पर अपहरण का मामला दर्ज करवा दिया। मामले की पड़ताल की जुटी पुलिस ने पूरी गुत्थी सुलझाते हुए चमन फिरोज की निशानदेही पर 9 माह के बेटे को फरीदाबाद हरियाणा से बरामद किया है।