बस्तीः ऐन छठ पूजा के मौके पर कुआनो नदी में खतरनाक रसयान युक्त पानी छोड़े पर भड़के सामाजिक संस्था चित्रांश क्लब के दर्जन भर कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष रत्नाकर श्रीवास्तव आदर्श के नेतृत्व में जल सत्याग्रह शुरू कर दिया। छठ पूजा के कारण सभी ऐन मौके पर ऐसी संवेदनहीनता सामने आई तो लोगों ने प्रशासन को कोसना शुरू कर दिया। सासंद हरीश द्विवेदी, सदर तहसीलदार, नगर पालिका अध्यक्ष रूपम मिश्रा, अधिशाषी अधिकारी, हिन्दू युवा वाहिनी के अज्जू हिन्दुस्थानी आदि अमहट घाट पर पहुंचे। इससे पहले जिलाध्यक्ष ने सहयोगियों के साथ आत्मदाह की चेतावनी दिया था। सामाजिक कार्यकर्ता नदी में जहरीला रसायन छोड़ने के दोषी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग कर रहे थे। फिलहाल एसडीएम सदर ने ज्ञापन लेकर कार्यवाही का आश्वास देकर सत्याग्रह समाप्त करवाया।
नदी में जहरीला पानी छोड़ने का असर ये था कि मछलियां तड़पकर मरने लगीं। नदी में पांच मिनट भी खड़ा होने पर त्वचा का रंग बदल जाता था, अजीब सी खुजली होने लगती थी। पानी जहरीला होने के बाद काफी दूर तक दुर्गन्ध फैल रही थी। छठ पूजा के मौके पर अनेक महिलायें डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य देती हैं और देर तक पानी में खड़ी रहती हैं। इसी पानी से वे आचमन भी करती हैं। ऐसे में नदी में जहरीला पानी छोड़ा जाना गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है।
कुआनो नदी में जहरीला पानी छोड़ने का आरोप एक संवेदीनहीन धनपशु पर लग रहा है। प्रशासन पूर्व में भी ऐसी ताकतों के आगे नतमस्तक रहा है, वरना इतनी मनमानी पर दोषी के विरूद्ध निश्चत रूप से कार्यवाही होती। इसे प्रशासन की बेबसी कहें या फिर धनपशु की रसूख जिसके आगे हमेशा प्रशासन बौना साबित हुआ है। अचानक नदी में जहरीला पानी छोड़े जाने के बाद जब सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जल सत्याग्रह शुरू कर दिया तो प्रशासन की नींद टूटी और पानी में छोड़े गये जहरीले रसयान का असर कम करने के लिये प्रशासन की ओर से केमिकल डाला गया। मजे की बात ये है कि बेबस प्रशासन खुद इस बात की बार बार घोषणा करवा रहा था कि ''कृपया नदी के पानी का प्रयाग पीने, आचमन करने अथवा हाथ पैर धुलने में न करें, नदी का पानी तहरीला हो चुका है''।
छठ पर्व को देखते हुये सांसद हरीश द्विवेदी भी अमहट घाट पर पहुंचे। उन्होने टहलकर व्यवस्था देखने के बाद कहा सरकार व स्थानीय प्रशासन की ओर से अमहट घाट पर साफ सफाई सुरक्षा आदि की पुख्ता व्यवस्था की गयी है। पत्रकारों ने नदी में जहरीला पानी छोड़े जाने पर सवाल किया तो उन्होने कहा जो भी हुआ है क्यों हुआ कैसे हुआ इस संबध में जिलाधिकारी से वार्ता करेंग।
प्रदेश में भाजपा की सरकार बनने के पूर्व कुआनो नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने के लिये हमेशा संघर्ष करने वाले हिन्दू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष अज्जू हिन्दुस्थानी ने कहा जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्यवाही होगी, उच्चाधिकारियों और शासन से इस संदर्भ में बात की जायेगी और फिर ऐसा न हो इसकी कोशिश होगी।
क्लब के संरक्षक अनूप खरे ने कहा छठ महापर्व है, ऐसे मौके पर नदी में जहरीला पानी डालना संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है। आज चित्रांश क्लब ने जल सत्याग्रह कर प्रशासन और जिम्मेदारों को आगाह किया है। एक सप्ताह के भीतर दोषी के खिलाफ कार्यवाही न होने तथा नदी के पानी को प्रदूषण मुक्त न बनाये जाने पर जनसहयोग से चरणबद्ध संघर्ष शुरू होगा, इसकी पूर्ण जिम्मेदारी स्थानीय प्रशासन की होगी।
मंडल मुख्यालय पर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का कार्यालय है, यहां नियुक्त अधिकारी की भूमिका संदिग्ध है। जनचर्चाओं में है कि घूसखोर अफसर कारखानों के मालिकों से मोटी रकम लेकर उन्हे नदी में जहरीला रसायन डालने की खुली छूट दे देते हैं। ऐसा पहले भी हुआ है और चित्रांश क्लब ने बोर्ड को चेताया था। लेकिन रिश्वत ने अधिकारियों का मुंह बंद कर रखा है। स्थितियां ठीक नही हैं। कुआनो नदी को लेकर क्लब हमेशा संवेदनशील रहा है, जिस भी स्तर के संघर्ष की जरूरत होगी छोड़ा जायेगा।
बड़ी संख्या में घाट पर मौजूद महिलाओं ने डूबते सूर्य का अर्घ्य देकर अपने परिवार के सुख समृद्धि की कामना की। कई व्रती महिलायें नदी का पानी जहरीला होने से परेशान थीं। वे डरी हुई थीं, अपने साथ आये लोगों को सावधान करती देखी गयीं कि किसी भी हाल में नदी का पानी प्रयोग में नही लेना है।
छठ पर्व को देखते हुये प्रशासन की ओर से सुरक्षा के कड़े प्रबंध किये गये थे। बैरिकेटिंग कर वाहनों को भीड़ में जाने से रोकने से लेकर पानी में अचानक किसी के गिरने पर उसे बचाने तक हर जगह पुलिस के जवान और आपदा प्रबंधन से जुड़े लोग मुस्तैद रहे।
नगरपालिका अध्यक्ष रूपम मिश्रा, उनके प्रतिनिधि पुष्कर मिश्रा, ईओ ने सभासदों और कर्मचारियों के साथ घाट का भ्रमण कर साफ सफाई, प्रकाश व कूड़ा निस्तारण के लिये किये गये प्रबंधक का जायजा लिया। अध्यक्ष ने कहा सभी आवश्यक निर्देश दिये गये हैं जिससे वगती महिलाओं या श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो।