बस्तीः देश की सबसे बड़ी मोबाइल सेवा प्रदाता कम्पनी बीएसएनएल वेंटीलेटर पर है। केन्द्र सरकार की लचर कार्यशैली के चलते बीएसएनएल अंतिम सांसें ले रहा है। बड़ी संख्या में लोगों के हाथों से रोजगार छिनने की संभावना प्रबल हो गयी है। हालत ये है कि बीएसएनएल एक्सचेंज को चलाने के लिये सरकार के पास डीजल तक नही है। बस्ती में बिजली बिल बकाया को लेकर गुरुवार को दिन के 11 बजे राजस्व कर्मी कुरकी की आरसी लेकर बीएसएनएल ऑफिस सील करने पहुंच गये। मौके पर अफरा तफरी मच गई। मिली जानकारी के अनुसार बीएसएनएल काया्र्लय का कई वर्षो से बिजली बिल न जमा करने के कारण 41 लाख 12 हजार 614 रुपया बकाया हो गया जिसको लेकर बिजली विभाग के अधिकारियों ने राजस्व विभाग को वसूली हेतु भेज दिया है। कई बार प्रयास के वावजूद बकाया जमा न करने पर कुरकी की जारी हो गयी है। आज ऑफिस खुलने पर नायब तहसीलदार सुशील कुमार के नेतृत्व में संतोष शुक्ला और रामनरायन पहुंचकर कार्यालय को सील करने लगे। बीएसएनएल के महा प्रबंधक विद्या नरायन ने कहा कि बिजली बिल बकाया के कारण ऑफिस सील होता है तो पूरे मंडल की लाइन बंद हो जाएगी जिसको देखते हुए 10 दिन का समय मांगा गया है। इसके बाद बिल जमा करने पर बनी सहमति के बाद टीम वापस लौट आई।