तमाम दुस्साहसिक वारदतों से लोग डरे हुये हैं, बेरोजगारी चरम पर है, उद्योगहीनता के कारण पढ़े लिखे नौजवानों और मेहनतकश लोगों को रोजगार नही मिल रहा है। कुठिंत होकर प्रतिभायें या तो गलत रास्ते पर जा रहीं हैं या फिर उनका गलत इस्तेमाल हो रहा है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा समूचा प्रदेश विपक्ष शून्य हो गया है, केवल कांग्रेस पार्टी ही जनहित के मुद्दों को लेकर सदन से सड़क तक संघर्ष कर रही है। नेतृत्व द्वारा प्रदेश स्तर पर तमाम जिम्मेदारियों को निभाने के बाद अब जिले का दायित्व मिला है, निःसंदेह शीर्ष नेतृत्व ने मुझ पर भरोसा किया है।
अंकुर ने कहा सभी को साथ लेकर, वरिष्ठ जनों के अनुभवों को अपनी दिनचर्या में शामिल करते हुये जनहित के हर मुद्दे पर कांग्रेस का संघर्ष दिखाई देगा। उन्होने जनता और कांग्रेसजनों से सहयोग का आवाह्न करते हुये कहा कि सांगठनिक मजबूती के साथ जनता के साथ के साथ खड़ा रहना है। तमाम अवसर आयेंगे जब जनहित के मुद्दों को लेकर संघर्ष छेडना होगा और मुसीबतें झेलनी होंगी, हमने इन चुनाक्तियों को स्वीकार किया है, आपको भी आगे आना होगा। उन्होने पार्टी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों द्वारा अध्यक्ष बनाये जाने के बाद बस्ती प्रथम आगमन पर किये गये भव्य स्वागत के लिये आभार जताया।
इससे पूर्व कांग्रेसजनों ने रेलवे स्टेशन पर नये अध्यक्ष का फूल मालाओं से पूरे गर्मजोशी से स्वागत किया। जुलूस की शक्ल में सैकड़ों की संख्या लोग कांग्रेस भवन पहुंचे। यहां एक जनसभा आयोजित हुई जिसमें वक्ताओं ने पूर्व अध्यक्ष वीरेन्द्र प्रताप पाण्डेय के दोनो कार्यकाल को स्वर्णिम बताया और नये अध्यक्ष को हर सहयोग देने का आश्वासन दिया। कांग्रेस भवन पर आयोजित सभा को डा. आरजी सिंह, प्रेमशंकर द्विवेदी, बाबूराम सिंह, राना दिनेश प्रताप सिंह, रामजियावन, प्रमोद द्विवेदी, अनिल भारती, डा. शीला शर्मा, दुर्गेश त्रिपाठी, पीएन दूबे, डा. बीएच रिज़वी, विश्वनाथ चौधरी, छोटेलाल तिवारी, अनिरूद्ध त्रिपाठी, विपिन राय, डा. वाहिद सिद्धीकी, मो. रफीक खां, मानिकराम मिश्रा आदि ने सम्बेधित किया। विश्वनाथ चौधरी ने सभी के प्रति आभार जताते हुये संगठन को मजबूत करने का आवाह्न किया।
संचालन वरिष्ठ कांग्रेसी नर्वदेश्वर शुक्ला ने किया। स्वागत से लेकर सभा तक राजेश पाण्डेय, सचिन शुक्ला, संदीप श्रीवास्तव, आदित्य त्रिपाठी, सोमनाथ पाण्डेय, आकाश आर्या, पंकज गौतम, अर्जुन कन्नौजिया, पंकज द्विवेदी, रंजीत चौहान, विक्रम चौहान, संतोष भारद्वाज, विनोदरानी, शकुन्तला देवी, रंजना सिंह, नीलम विश्वकर्मा, गायत्री गुप्ता, विमला राठी, सलमा अफसर, हाजी अब्दुल वहाब, डा. दीपेन्द्र सिंह, विवेक श्रीवास्तव, शिवराम पासवान, ज्ञानू पाण्डेय, लालजीत पहलवान, शेषनाथ गोसाई, पिण्टू बाबा, अंकुर कर्साधन, शेर मोहम्मद, इन्द्रपाल सिंह सहित एनएसयूआई और सेवा दल के सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद थे।