नई दिल्ली।गुजरात के वीरगाम का रहने वाला भद्रेश पटेल दुनिया की सबसे खतरनाक एजेंसी एफबीआई की टॉप 10 की लिस्ट में चौथे नंबर पर है.
एफबीआई. पूरा नाम है फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन. काम है दुनिया के सबसे ताकतवर देश के अंदरुनी हिस्सों की सुरक्षा करना और इससे संबंधित खुफिया जानकारियां जुटाना. ये एजेंसी भारतीय मूल के एक आदमी के पीछे पड़ी हुई है. वो आदमी करीब चार साल से फरार है और अब इस खतरनाक एजेंसी ने उसके ऊपर 1 लाख डॉलर यानी करीब 70 लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है. एजेंसी का दावा है कि आखिरी बार उसे अमेरिका के ही न्यू जर्सी के नेवार्क इलाके में देखा गया है
जिस आदमी को एफबीआई पिछले चार साल से खोज रही है, उसका नाम है भद्रेशकुमार चेतनभाई पटेल. रहने वाला गुजरात के वीरगाम जिले के कंट्रोदी का है. एफबीआई के मुताबिक 12 अप्रैल, 2015 को भद्रेश ने अपनी पत्नी की बेरहमी से हत्या कर दी और उसके बाद से ही वो फरार है. एफबीआई की वेबसाइट के मुताबिक-
”भद्रेश और उसकी पत्नी पलक अमेरिका के मैरीलैंड के हनोवर में बने डंकिन स्टोर में 12 अप्रैल, 2015 की शाम को नाइट शिफ्ट में काम कर रहे थे. इसी दौरान भद्रेश ने पलक की हत्या कर दी और फिर फरार हो गया.''
अमेरिकी खुफिया एजेंसी एफबीआई के मुताबिक पलक की हत्या के बाद भद्रेश दुकान से बाहर निकला और पैदल ही एक अपार्टमेंट में चला गया. वहां से उसने अपनी कुछ चीजें इकट्ठी कीं और फिर नेवार्क में हवाई अड्डे के पास एक होटल से टैक्सी किराए पर ली. वहां से वो न्यू यार्क गया, जहां उसने किराए पर एक कमरा लिया. 13 अप्रैल की सुबह वो होटल से बाहर निकला और तब से वो गायब है. उसकी तलाश के लिए एफबीआई ने अंग्रेजी के अलावा हिंदी, गुजराती, मराठी और फ्रेंच में पर्चे छपवाए हैं और उसकी सूचना देने वाले को इनाम के तौर पर करीब 70 लाख रुपये देने की बात कही है. भद्रेश की तलाश भारत में भी हो रही है, लेकिन वो अब तक हाथ नहीं लगा है.
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एफबीआई दुनिया की सबसे खतरनाक एजेंसियों में से एक है. 14 मार्च, 1950 को एफबीआई ने पहली बार टॉप 10 भगोड़ों की लिस्ट जारी की थी. तब से लेकर अब तक इस लिस्ट में कुल 523 भगोड़ों के नाम शामिल हो चुके हैं. एफबीआई इस लिस्ट के 488 भगोड़ों को या तो गिरफ्तार कर चुकी है या फिर उनकी जगह तलाश ली है. इस लिस्ट में 80 साल के बूढ़े उजेन पाल्मर का भी नाम है, जो अपनी बहू की हत्या के बाद से ही फरार है.